खदान में रूफ फाल गिरने से तीन कोलकर्मी की दर्दनाक मौत,3 घंटो तक चलता रहा रेसक्यू ऑपरेशन ...

केंद्रीय मंत्री और सीएम ने जताया शोक व कंपनी और जिला प्रशासन को त्वरित निराकरण करने के दिए निर्देश ...



तीन कोल कर्मी, शिफ्ट इचा ,ओवरमेन, माइनिंग सरदार की गई जान 

गजेंद्र सोनी 

बैतूल सारणी [जनकल्याण मेल ] पाथाखेडा वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड क्षेत्र की छतरपुर वन खदान में गुरूवार को दुखद घटना घट हो गई।

घटना में तीन कोलकर्मी की दर्दनाक मौत हो गई। यहां घटना फर्स्ट शिफ्ट में दोपहर करीब 3:30 बजे के आसपास घटित हुई। जानकार कूल सूत्रों ने बताया कोलकत्ता की जाय कंपनी कोलकाता अंडरग्राउंड खदान में सीएम मशीन से कोयला खनन कर रही थी। इस दौरान रूफफाल में सपोर्ट नहीं होने के कारण यह तीनों डब्ल्यूसीएल कोलकर्मी दब गए। करीब 10 मीटर का रूफफाल हुआ था। सीएम सेक्शन में परिस्थिति के अनुसार 8 से 10 लोग काम करते हैं। घटना के समय उक्त तीनों कोलकर्मी ही मौजूद थे जो रूफफाल के गिरने से नीचे दब गए। सूचना के बाद छिंदवाड़ा से रेस्क्यू टीम छतरपुर खदान पहुंची थी। तीन घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद कोलकर्मियों को बाहर निकाला जा सका। इसके बाद एंबुलेंस से कोलकर्मियों को डब्ल्यूसीएल पाथाखेडा एरिया अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने तीनों कोलकर्मियों को मृत घोषित कर दिया। मृत कोलकर्मी के शवों को पीएम के लिए घोड़ाडोंगरी अस्पताल भेजा गया। पीएम के बाद ही सुबह शवों को परिजनों को सौप दिए जाऐंगा।

एक छत्तीसगढ़ व दो कोलकर्मी पाथाखेडा के निवासी थे ...

इस घटना में शिफ्ट इचार्ज गोविंद कोसरिया पिता कृष्णा कोसरिया उम्र 37 वर्ष निवासी जिला-कबीरधाम, छत्तीसगढ़, ओवरमेन रामप्रसाद चौहान पिता भैयालाल चौहान उम्र 46 वर्ष निवासी पाथाखेडा अस्पताल कालोनी और माइनिंग सरदार रामदेव पंडोले पिता मानाकलाल पंडोले उम्र 49 वर्ष निवासी वार्ड न. 34 शोभापुर कालोनी की मृत्यु हुई है। सूत्रों ने बताया कि नागपुर मुख्यालय से घटना की जांच करने टीम शुक्रवार को पहुंच कर बारीकी से जांच करेंगी।

साढ़े तीन घंटे तक चलता रहा रेसक्यू ऑपरेशन

छतरपुर वन खदान में घटना करीब दोपहर 3:50 बजे घटी। उक्त घटना खदान के मुहाने से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर घटित हुई। जहां साढे तीनों घंटो से भी अधिक समय तक करीब शाम 7:24 बजे तक लगातार रेसक्यू टीमों का ऑपरेशन चलता रहा। डब्ल्यूसीएल प्रबंधन की एफआईआर मे बताया गया कि सीएम पैनल में 14 एलई/0 डिप पर छत गिरने की घटना हुई। खदान में कंटीन्यूअस माइनर (सीएम) कटिंग के बाद बाहर निकला ही था। तभी तीन कोलकर्मी नई बनी छत पर चढ़ गए। इसी दौरान छत गिरने की घटना हुई, जिसमें तीनों कोलकर्मी फंस गए।

रो-रोकर परिजनों का बुरा हाल ...

घटना के बाद कोलकर्मी को एरिया अस्पताल लाया गया। जहां कोलकर्मी से मिलने पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। बीच-बीच में परिजनों और प्रबंधन अधिकारियों के बीच गहमा-गहमी का माहौल भी बनता रहा। अस्पताल में मृत कोलकर्मी रामप्रसाद चौहान के शव को देखकर उनकी पत्नी उमा चौहान बिलख-बिलख कर रो रही थी। इसी दौरान पत्नी उमा बार-बार बेहोश होती रही। जबकि कोलकर्मी की बेटी व अन्य परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। 

पुलिस और सुरक्षाकर्मी भीड़ पर नियंत्रण बनाते रहे ...

खदान में हुई घटना की जानकारी जैसे ही नगर के लोगों तक पहुंची। वैसे ही नगर के लोगों ने घटना वाली छतरपुर खदान में पहुंचना शुरू कर दिया। देखते ही देखते खदान परिसर में सैकड़ों की संख्या में लोग इक्कठा होने लगे। जिसमें कोलकर्मी, कोल यूनियन नेता और नगर के आम नागरिक शामिल थे। कोल कर्मियों को एरिया अस्पताल में लाने के बाद अस्पताल में भी लोगों की भीड़ उमड़ गई। दोनों स्थानों पर पुलिस और डब्ल्यूसीएल सुरक्षाकर्मियों को भीड़ पर नियंत्रण करने काफी समय तक व्यवस्थाएं बनानी पड़ गई। 

विधायक डॉ पंडाग्रे, अस्पताल पहुंचे घटना स्थल पर मौजूद थे कलेक्टर और एसपी 

छतरपुर खदान में हुई घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया घटनास्थल पर पहुंचे थे। बाद में विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे कोलकर्मी को देखने व उनके परिजनों से मिलने पाथाखेडा के एरिया अस्पताल पहुंचे थे। कलेक्टर सूर्यवंशी के निर्देशानुसार त्वरित रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। विधायक डॉ पंडाग्रे और कलेक्टर सूर्यवंशी ने जीएम वेस्टर्न कोल्ड लिमिटेड को लाइफ कवर स्कीम डेढ़ लाख की सहायता तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही एक्स ग्रेसिया, ग्रेच्युटी ,कंपनसेशन और पीएफ, लाइफ इनकेशमेंट की राशि भी यथा शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इनके अलावा शाहपुर एसडीएम अभिजीत सिंह, तहसील महिमा मिश्रा, एसडीओपी रोशन कुमार जैन, पाथाखेडा चौकी प्रभारी वंशज श्रीवास्तव भी मौका स्थल मौजूद रहे।