टीकमगढ़ शिष्य मंडल की सेवा भावना ने जीता भक्तों का दिल
(सौरभ खरे)
टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] निकटवर्ती तीर्थ स्थली बागेश्वर धाम में टीकमगढ़ शिष्य मंडल के सैकड़ों सदस्यों ने धाम पर रहकर यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सेवा की। यहां भोजनशाला में रात-दिन अपनी सेवा देकर दूर-दराज से आने वालों का दिल जीत लिया। यह शिष्य मंडल टीकमगढ़ से बागेश्वर के लिए गुरूदेव के कृपा पात्र राजेन्द्र तिवारी एवं राहुल तिवारी के नेतृत्व में रवाना हुआ था। शिष्य मंडल मेें करीब ढाई सौ पुरूष एवं महिलाएं शामिल रहीं। यहां बता दें कि शिष्य मंडल सदस्यों की सेवा भावना और कार्यशैली के कारण ही लाखों लोगों तक बेहतर तरीके से भोजन पहुंच सका। श्री तिवारी सहित शिष्य मंडल के सभी सदस्यों के प्रयासों की लोगों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर खुशी जाहिर करते हुए शिष्य मंडल टीकमगढ़ के मुखिया राजेन्द्र तिवारी ने सभी सदस्यों के प्रति आभार ज्ञापित किया है।यहां से बागेश्वर धाम पहुंचे शिष्य मंडल ने भी आयोजन की बेहतर व्यवस्थाओं एवं कार्यक्रमों की सराहना की। श्री तिवारी ने कहा कि इतना भव्य आयोजन बालाजी सरकार, सन्यासी बाबा एवं गुरूदेव पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की कृपा से ही संभव हो सका। लाखों लोगों ने भी यहां आकर एक कार्यकर्ता की तरह व्यवस्थाओं में सहयोग किया। बताया गया है कि बागेश्वर धाम में हुए महा महोत्सव की जोरदार तैयारियां की गई थीं। यहां 19 फ रवरी से 26 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रमों की धृम रही। विशाल कलश यात्रा से शुरू हुए कार्यक्रम के दौरान 23 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा यहां बालाजी कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की आधार शिला रखी गई। इसी प्रकार 26 फ रवरी को 251 कन्याओं का विवाह संपन्न हुआ। जिसमें देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू आयोजन में शामिल हुईं और कन्याओं को अपना आशीर्वाद दिया। आयोजन में देश के अनेक सिद्ध पुरूष और साधु-संत और महात्मा इस आयोजन के प्रत्यक्षदर्शी बनें। श्री तिवारी ने बताया कि बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री सहित आयोजन समिति सदस्यों ने यहां रात-दिन रहकर दर्शनार्थियों को साधन एवं सुविधाएं मुहैया कराई। बागेश्वर धाम देश का ऐसा पहला तीर्थ स्थल बन गया है, जहां अस्पताल में मंदिर नहीं बल्कि मंदिर में अस्पताल बनने जा रहा है। चार चरण में बनने जा रहे अस्पताल को आगे चलकर मेडीकल कालेज का स्वरूप देने की योजना है। प्रथम चरण में यहां सौ बिस्तरों का का अस्पताल बनाया जाएगा। यह ऐसा अस्पताल होगा, जहां दुआ और दवा दोनों अपना काम करेंगी और देश को कैंसर मुक्त बनाने के अभियान को गति प्रदान की जाएगी।
नम आंखों से दी बेटियों की विदाई...
गरीब कन्याओं का विवाह करने से बढ़ा कोई पुण्य नहीं होता। यहां धाम पर एक-दो नहीं, बल्कि 251 कन्याओं के विवाह संत धीरेन्द्र शास्त्री जी द्वारा संपन्न कराए गए हैं। बीते रोज जहां विवाह की धूम रही, वहीं बेटियों की विदाई पर माहौल गमगीन हो गया। सभी की आंखें नम हुई। सदस्यों ने बेटियों के सफल जीवन की मंगल कामना की। यहां बेटियों के घर बसाने का सराहनीय कार्य किया गया। बागेश्वर धाम पर 21 फरवरी से दो दिन तक दीक्षा महोत्सव हुआ। जिसमें युवाओं एवं धाम से जुडऩे वाले भक्तों को दीक्षा प्रदान की गई।
धाम पर पहुंचीं अनेक हस्तियां- राहुल तिवारी
बागेश्वर धाम पर संपन्न हुए महा महोत्सव के दौरान देश की महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री श्री मोदी सहित अनेक हस्तियां पहुंचीं। कन्या विवाह और अस्पताल भूमि पूजन समारोह को एतिहासिक बनाने में किसी प्रकार की कमीं नहीं छोड़ी गई। टीकमगढ़ शिष्य मंडल से सैकड़ों सदस्य इस आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पहुंचे। इस संबन्ध में शिष्य मंडल के सक्रिय कार्यकर्ता राहुल तिवारी ने कहा है कि बागेश्वर धाम पर आयोजित कार्यक्रमों शामिल हुए शिष्य मंडल सदस्यों में भारी उत्साह रहा। श्री तिवारी ने बताया कि बागेश्वर धाम में 3 लाख वर्गफीट में टेंट लगाया गया और 12 से 15 एकड़ में मंडप व भण्डारे की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम में जगदुरू रामभद्राचार्य जी महाराज सहित अनेक संत पधारे, जिनका आशीर्वाद लेने का सभी को अवसर मिला।
निराली होती थी भोजन की थाली...
यहां की लीला अद्भुत है, जहां बालाजी सरकार की कृपा से सभी का दुख-दर्द दूर होता है, वहीं सभी की मुराद भी पूरी होती है। सरकार की असीम कृपा यहां भक्तों पर हमेशा बरस रही है। भोजनशाला की साफ-सफाई और यहां की व्यवस्थाएं देखते ही बन रही थीं। मजाल था कि किसी के हाथों में पहुंचने वाली थाली साफ न हो। इसके साथ ही यहां बैठने और भोजनादि की बेहतर व्यवस्था की गई थी। स्वादिष्ट भोजना प्रसादी पाकर प्रत्येक श्रद्धालु प्रशंसा किए बिना नहीं रहा। समिति और शिष्य मंडल के सदस्य हमेशा लोगों की परेशानियों को समझने और दूर करने का प्रयास करते नजर आते रहते हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा के इंतजामों ने भी लोगों ने खूब सराहा।
शिष्य मंडल सदस्यों में राजेन्द्र तिवारी, राहुल तिवारी, सौरभ खरे, बृजनंदन रावत,श्रीराम यादव, रमोले यादव, राजेश रिछारिया, गोलू रजक, मिनी तिवारी, नेहा रजक, पूजा रजक, प्रियंका ठाकुर, झलक यादव, मिली ठाकुर, सरस्वती राजपूत, रानू सिंह, अनीता ईशा, साक्षी ईशा, हरिश्चंद्र यादव, अखंड यादव, सौरभ मिश्रा, गोलू अग्रिहोत्री, हरि यादव, जगदीश तिवारीसहित सैकड़ों सदस्य मौजूद रहे।