महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में भक्तों का सैलाब,शिवालयों में गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे, निकली शिव बारात
गुना [जनकल्याण मेल] महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जिले भर के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजा-अर्चना कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा, जहां हर-हर महादेव और ओम नम: शिवाय के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। जिले के प्रमुख शिवालयों और गुफाओं में शिवरात्रि के अवसर पर विशेष अनुष्ठान, भंडारे और धार्मिक आयोजन हुए। शहर के पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, जिला अस्पताल स्थित शिवालय और अन्य प्राचीन मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए लंबी कतारों में लगे दिखे। वहीं, ग्राम गढ़ा स्थित धुंधपालेश्वर महादेव शिव गुफा, केदारनाथ, गादेर और मालपुर की शिव गुफाओं में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी।
शिव गुफाओं में भक्ति का माहौल, केदारनाथ में प्रवेश पर रोक
जिले की प्राचीन शिव गुफाएं केदारनाथ, गादेर, मालपुर और धुंधपालेश्वर महादेव हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं। इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां भक्तों का सैलाब उमड़ा, हालांकि केदारनाथ शिव गुफा में इस बार प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से प्रवेश पर रोक लगा दी थी। चट्टान खिसकने के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुफा के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन श्रद्धालुओं को स्क्रीन के माध्यम से शिवलिंग के दर्शन कराए गए।
केदारनाथ पर लगा भव्य मेला
केदारनाथ गुफा के बाहर हर साल की तरह इस बार भी भव्य मेला लगा, लेकिन गुफा में प्रवेश की मनाही के कारण भीड़ अपेक्षाकृत कम रही। वहीं, गादेर शिव गुफा में पूरे दिन भक्तों की भीड़ लगी रही, जहां भंडारे, कीर्तन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन हुआ। इसी तरह, मालपुर गुफा और धुंधपालेश्वर महादेव शिव गुफा में भी श्रद्धालुओं ने पूरे दिन पूजा-अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया।
धुंधपालेश्वर महादेव पर भंडारा, जागरण और पालकी यात्रा का आयोजन
ग्राम गढ़ा स्थित धुंधपालेश्वर महादेव शिव गुफा में भी भक्तों की अपार भीड़ देखी गई। यहां भक्तों के लिए विशेष रूप से खीर और फलाहारी खिचड़ी के प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। दिनभर भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर समिति द्वारा रातभर जागरण का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन कर भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। सुबह महादेव का जलाभिषेक कर विशेष पूजा और आरती की गई। महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में मंदिर और गुफा परिसर को भव्य रूप से सजाया गया था। शाम को यहां से धुंधपालेश्वर महादेव की पालकी यात्रा निकाली जाएगी, जिसे लेकर भक्तों में उत्साह बना हुआ है। यह यात्रा गांव में प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए मंदिर परिसर में संपन्न होगी। यह पालकी यात्रा लगातार दूसरे वर्ष निकाली जा रही है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
शहर के प्राचीन शिव मंदिर में विशेष अभिषेक
शासकीय पेंशनर एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ, जिला गुना के अध्यक्ष घनश्याम श्रीवास्तव, सचिव जैनेंद्र जैन और ऑडिटर राधेश्याम श्रीवास्तव के नेतृत्व में शहर के प्राचीन शिव मंदिर में विशेष अभिषेक किया गया। इस मंदिर का निर्माण 1947 से पहले हुआ था और यहां 20 वर्षों से निरंतर महाशिवरात्रि पर अभिषेक की परंपरा चली आ रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इस ऐतिहासिक मंदिर में दर्शन किए और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त किया।
जगह-जगह हुआ भंडारा, श्रद्धालुओं के लिए फलाहारी प्रसाद की व्यवस्था
महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर और ग्रामीण इलाकों में विभिन्न स्थानों पर भंडारे और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह फलाहारी प्रसाद की व्यवस्था की गई, ताकि व्रतधारी भक्तजन आसानी से उपवास रख सकें। मंदिरों में अखंड रामायण पाठ, रुद्राभिषेक, विशेष हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए गए।
शिव बारात और पालकी यात्राओं की धूम
महाशिवरात्रि के अवसर पर जिले के कई स्थानों पर शिव बारात और पालकी यात्राएं निकाली गईं। शिव बारात में शिव-पार्वती और अन्य देवी-देवताओं के स्वरूप आकर्षण का केंद्र रहे। श्रद्धालु ढोल-नगाड़ों और भजनों की धुन पर नाचते-गाते नजर आए। कई स्थानों पर शिव तांडव की झांकियां भी प्रस्तुत की गईं, जिन्होंने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।
भक्ति और उल्लास से सराबोर रहा शिवरात्रि पर्व
जिले में महाशिवरात्रि पर्व धार्मिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। पूरे जिले में शिव भक्तों का उमंग देखते ही बना। हर मंदिर में भोलेनाथ की महिमा गूंजती रही और भक्तों ने पूरी श्रद्धा के साथ उपवास रखकर शिव पूजा-अर्चना की। भंडारे, कीर्तन और अन्य आयोजनों ने भक्तिमय माहौल बना दिया। शिवरात्रि की रात भगवान शिव की भक्ति में लीन श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण किया और भोलेनाथ से सुख-समृद्धि की कामना की।