महिला ने कहा था- थाना देहात प्रभारी और प्रधान आरक्षक राहुल ने लिए हैं, तीन लाख
प्रदीप खरे ...
टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] देश भक्ति-जन सेवा....। यहां रिपोर्ट लिखाने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता...। पुलिस आपकी दोस्त है...। और न जाने कितने स्लोगन दीवारों पर लिखे नजर आ जाते हैं। किन्तु इनमें सच्चाई कितनी है, यह तो थाने तक जाने वाले ही बता सकते हैं। चरमराई व्यवस्था ओर बढ़ते भ्रष्टाचार ने आम जनता पर से भरोसा खो दिया है। मध्यप्रदेश सरकार भले ही प्रदेश को खुशहाल बनाने का भरोसा दिला रही हो, लेकिन खुशहाली फिलहाल कोसों दूर नजर आ रही है। जिले में भ्रष्टाचार और घोटालों की जिस तरह से भरमार है, उससे नहीं लगता कि आम जनता को किसी तरह की राहत मिली है। एक ओर जिले में अपराधियों का बोलबाला बना हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था दम तोड़ती नजर आ रही है। उस पर रिश्वत और मनमानी ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। रिश्वत की डिमांड किस कदर बढ़ गई है, वह हाल ही में थाना देहात में हुए मामले को देखकर असानी से लगाया जा सकता है। पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के सामने भ्रष्टाचार एक नासूर बनता जा रहा है, अब इस पर रोक किस तरह से लग सकेगी, यह आम जनता और अधिकारियों के लिए चिंता का विषय हो सकती है। पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने थाना प्रभारी देहात रवि गुप्ता और आरक्षक राहुल पटैरिया को फिलहाल निलंबित कर दिया है। जबकि थाना प्रभारी रवि गुप्ता द्वारा दर्ज किए गए मामले की निष्पक्ष जांच कराने एवं मामले में पीडि़त अंशुल यादव को राहत दिए जाने के लिए आज यहां लोगों ने आरोपी अंशुल यादव की पत्नी आराधना के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया है।बताया गया है कि नंदनपुर गोर निवासी अंशुल यादव पर थाना देहात में दर्ज किए गए मामले को झूठा बताया जा रहा है। ज्ञापन देने आए विकास यादव ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि थाना प्रभारी देहात रवि गुप्ता व आरक्षक राहुल पटैरिया के द्वारा महिला से मिलकर हनी ट्रेप जैसे मामले कराये जा रहे हैं और अच्छी खासी रकम बसूली जा रही है। आवेदिका आराधना यादव पत्नि अंशुल यादव निवासी ग्राम नंदनपुर गोर थाना मोहनगढ़ ने दिए गए आवेदन में बताया है कि उसका विवाह 16 जनवरी 2025 को अंशुल यादव के साथ हुआ है। आवेदिका के पति द्वारा बताया गया था कि देहात थाना टीकमगढ़ के थाना प्रभारी व आरक्षक कुछ दिनों से पैसों की मांग कर रहे थे और कह रहे है कि तुम्हारे खिलाफ एक महिला शिकायत लेकर आ रही है। इस मामले को निबटाने के लिए 15 लाख रूपए दो तो तुम्हारा मैटर निपटवा दूंगा। जब आवेदिका के पति अंशुल यादव द्वारा कहा गया कि मैं उक्त महिला को जानता ही नहीं हूँ, तो मैं रूपये किस बात के दूं, तो वह आवेदिका के पति को टीकमगढ़ के किराये के मकान कृष्णा डेयरी के पीछे शिवशक्ति कालोनी में 28 जनवरी 2025 को दोपहर 4 बजे उठाकर ले गये और देहात थाने की ऊपर वाली मंजिल पर ले जाकर बंद कर लिया।
कहा गया है कि आवेदिका के पिता व ससुर को बुलाकर कहा कि अब तुम्हें 15 लाख रूपए ही देने पड़ेगें, तब पिता ने कहा कि जब कोई रिपोर्ट ही नहीं है तो किस बात के पैसे, तो थाना प्रभारी रवि गुप्ता कहने लगे कि महिला तो वही बोलेगी, जो मैं कहूंगा। तेरे लडक़े को बलात्कार के केस में भी बंद कराउंगा। जब थाना प्रभारी से पैसें न होने का कहा, तो बोले कि 10 लाख रूपए, तो देने ही पड़ेगें, फिर कुछ देर बाद कहा कि 8 लाख रूपए दो और फिर अंत में 3 लाख रूपए में बात बनी। कहा गया है कि इसके बाद फिर थाना प्रभारी रवि गुप्ता व आरक्षक राहुल पटैरिया के द्वारा 3 लाख रूपए थाने में बुलवा लिये और थाना प्रभारी रवि गुप्ता ने कहा कि प्रधान आरक्षक राहुल पटैरिया के पास पैसें जमा कर दो, तब हम लोगों ने किसी तरह रात में 2-3 बजे 3 लाख रूपए इकठ्ठे कर थाने पर दिये, जिसकी फुटेज व रिर्कोडिंग आवेदक पक्ष के पास में है व थाना के सीसीटीवी फुटेज में भी चैक किये जा सकते है। ज्ञापन देने वालों में विकास यादव, राहुल यादव, राम सहाय, नरेन्द्र, नाहर सिंह, शिवम यादव, देवेन्द्र यादव, गौरव यादव, राम सिंह यादव, आराधना यादव सहित अनेक लोगों के नाम शामिल हैं। ज्ञापन देने आए लोगों ने एसपी द्वारा दिए गए आश्वासन पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि रिश्वत लेने वाले वख्शे नहीं जाएंगे।
छीनीं अंगूठियां और चैन - आराधना ***
ग्राम नंदनपुर निवासी अंशुल की पत्नी आराधना यादव ने दिए गए आवेदन में कहा है कि उनके पति के पास मौजूद दो सोने की अंगूठियां और एक चैन थाने में ही ले ली गई। यह सारा नजारा थाने में लगे सीसीटीव्ही में कैद होना चाहिए। श्रीमती यादव ने कहा है कि थाना देहात पुलिस द्वारा छीनें गए सोने के जेबरात वापिस दिलाए जाएं। कहा जा रहा है कि जब पुलिस ही अपराध करने लगे, तो फिर न्याय की उम्मीद किससे करें। ज्ञापन देने आए लोगों ने भी इस संबन्ध में पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर फरियादिया के जेबरात अंगूठियां और सोने की चैन दिलाए जाने पर जोर दिया है
झूठे मामलों पर पूर्व विधायक ने जताई चिंता ...थाना देहात में अंशुल यादव पर दर्ज झूठे मामले को खारिज किए जाने और पुलिस थाना देहात के प्रभारी रवि गुप्ता और हैड कांस्टेबिल राहुल पटेरिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई को यादव बंधुओं ने ज्ञापन दिया है। यह जानकारी पूर्व विधायक शिशुपाल यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। पूर्व विधायक शिशुपाल यादव ने पुलिस की वर्तमान व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस ने जिस ढंग से एफआईआर दर्ज की है, वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री गंभीर हैं, निश्चित ही इस सारे मामले पर संज्ञान लेंगे और आगे लोगों पर झूठे मामले दर्ज न हों, इस पर ध्यान दिया जाए। श्री यादव ने कहा कि एसपी टीकमगढ़ ने तुरंत ही मामले पर कार्रवाई करते हुए थाना देहात प्रभारी रवि गुप्ता और प्रधान आरक्षक राहुल पटेरिया पर झूठा प्रकरण दर्ज किए जाने पर कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि यह पहला मामला नहीं है, यहां तीन-चार लोगों पर पहले भी इस तरह से मामले दर्ज कराए गए हैं। बलात्कार और छेड़खानी जैसे मामलों में किसी को फर्जी तरीके से फंसाया जाना गलत है। प्रदेश सरकार और पुलिस विभाग के अधिकारियों को इस संबन्ध में ध्यान देने की जरूरत है। जिससे आगे लोगों का जीवन बर्बाद न हो।
भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश-श्रीमती सरोज ...
थाना देहात पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष श्रीमती सरोज राजपूत ने कहा कि जिले में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस थानों में लोगों को न्याय मिले, इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। श्रीमती राजपूत ने कहा कि प्रदेश की मोहन यादव सरकार लोगों को न्याय दिलाने और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए बचनवद्ध है। यदि रिश्वत लेने और अन्याय किए जाने से मामले सामने आते हैं, तो इन मामलों में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वह रिश्वत लेने वालों पर नजर रखें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में जैसे ही मामला आया, उन्होंने तत्काल ही आरोपी को न्याय दिलाने के संबन्ध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की।
फुटेज सुरक्षित रखे जाने पर जोर ...
कहा गया है कि थाने के उक्त घटना समय 24 घण्टे के फुटेज संधारित रखे जायें, जो न्यायिक कार्यवाही हेतु अति आवश्यक है। महिला ने बताया कि उक्त 3 लाख रूपए लेने के बाद ही उनके पति को छोड़ा गया। बताया गया है कि उस समय वह महिला भी वहीं थाने पर मौजूद रही। इसी दौरान जब मीडिया में बात उछली तो छत से लाकर बंद कर दिया गया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच कर थाना प्रभारी रवि गुप्ता, आरक्षक राहुल पटैरिया व दोषी महिला के विरूद्ध आपराधिक कार्यवाही की जाए। कहा गया है कि घटना स्थल, महिला और पुलिस की कार्यप्रणाली की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।