महिला ने कहा- साहब, थाना देहात प्रभारी और आरक्षक राहुल ने लिए तीन लाख रुपए...

थाना देहात पुलिस का एक और मामला आया सामने, एसडीओपी करेंगे जांच ... 



प्रदीप खरे 

टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] हाल ही में दौरे पर आई प्रभारी मंत्री के सामने पुलिस थानों में मची धांधली और मनमानी को लेकर आरोप लगाए जाने के बाद थानों के हालात सुधरने की जो उम्मीद नजर आ रही थी, वह बेमानी साबित हुई। जिस थाना देहात की शिकायत प्रभारी मंत्री से की गई थी, उसी थाने के प्रभारी सहित कुछ कर्मचारी रिश्वत जैसे मामले को लेकर चर्चाओं में आए हैं। यदि फरियादी की बात पर भरोसा किया जाए, तो थाना देहात प्रभारी द्वारा मामला सुलटाने के एवज में तीन लाख रूपए की मांग ही नहीं की, बल्कि यह राशि भी एक आरक्षक के हाथों बसूल कर डाली। थाना देहात पुलिस के अजीब ओ गरीब मामलों ने पुलिस की छवि पर जरूर गहरा धब्बा लगाने का काम किया है। वीडियो और रिकार्डिंग सामने आने के बाद अब पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है। इतने बढ़े रिश्वत के मामले के बाद भी फिलहाल थाना प्रभारी के खिलाफ अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है, जिससे जांच प्रभावित होने के आसार नजर आ रहे हैं। देखना है कि इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस विभाग के आला अधिकारी इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि विभाग की छवि को धूमिल होने से बचाने की दिशा में प्रयास शुरू भी कर दिए गए हैं। तीन लाख की मोटी रकम बसूले जाने के मामले में थाना देहात प्रभारी रवि गुप्ता सहित कुछ कर्मचारियों को हाशिए पर देखा जा रहा है। इस संबन्ध में पुलिस अधीक्षक श्री मंडलोई को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि थाना प्रभारी देहात रवि गुप्ता व आरक्षक राहुल पटैरिया के द्वारा मिलकर हनी ट्रेप के मामले कराये जा रहे हैं और अच्छी खासी रकम बसूली जा रही है। आवेदिका आराधना यादव पत्नि अंशुल यादव निवासी ग्राम नंदनपुर गोर थाना मोहनगढ़ ने दिए गए आवेदन में कहा है कि उसका विवाह 16 जनवरी 2025 को अंशुल यादव के साथ हुयी थी। आवेदिका के पति द्वारा बताया गया था कि देहात थाना टीकमगढ़ के थाना प्रभारी व आरक्षक कुछ दिनों से पैसों की मांग कर रहे थे और कह रहे है कि तुम्हारे खिलाफ एक महिला शिकायत लेकर आ रही है। इस मामले को निबटाने के लिए 15 लाख रूपए दो तो तुम्हारा मैटर निपटवा दूंगा। जब आवेदिका के पति अंशुल यादव द्वारा कहा गया कि मैं उक्त महिला को जानता ही नहीं हूँ, तो मैं रूपये किसी बात के दूं, तो वह आवेदिका के पति को टीकमगढ़ के किराये के मकान कृष्णा डेयरी के पीछे शिवशक्ति कालोनी में 28 जनवरी 2025 को दोपहर 4 बजे उठाकर ले गये और देहात थाने की ऊपर वाली मंजिल पर ले जाकर बंद कर लिया।

15 लाख से शुरू हुई थी डिमांड, तीन पर ठहरी-

कहा गया है कि आवेदिका के पिता व ससुर को बुलाकर कहा कि अब तुम्हें 15 लाख रूपए ही देने पड़ेगें, तब पिता ने कहा कि जब कोई रिपोर्ट ही नहीं है तो किस बात के पैसे, तो थाना प्रभारी रवि गुप्ता कहने लगे कि महिला तो वही बोलेगी, जो मैं कहूंगा। तेरे लडक़े को बलात्कार के केस में भी बंद कराउंगा। पैसें न होने का कहा तो बोले कि 10 लाख रूपए, तो देने ही पड़ेगें, फि र कुछ देर बाद कहा कि 8 लाख रूपए दो और फि र अंत में 3 लाख रूपए में बात बनी। कहा गया है कि इसके बाद फि र थाना प्रभारी रवि गुप्ता व आरक्षक राहुल पटैरिया के द्वारा 3 लाख रूपए थाने में बुलवा लिये और थाना प्रभारी रवि गुप्ता ने कहा कि राहल पटैरिया के पास पैसें जमा कर दो, तब हम लोगों ने किसी तरह रात में 2-3 बजे 3 लाख रूपए इकठ्ठे कर थाने पर दिये, जिसकी फु टेज व रिर्कोडिंग आवेदक पक्ष के पास में है व थाना के सीसीटीवी फुटेज में भी चैक किये जा सकते है।थाने के उक्त घटना समय 24 घण्टे के फु टेज संधारित रखे जायें,जो न्यायिक कार्यवाही हेतु अति आवश्यक है। महिला ने बताया कि उक्त 3 लाख रूपए लेने के बाद ही उनके पति को छोड़ा गया। बताया गया है कि उस समय वह महिला भी वहीं थाने पर मौजूद रही। इसी दौरान जब मीडिया में बात उछली तो छत से लाकर बंद कर दिया।उन्होंने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच कर थाना प्रभारी रवि गुप्ता,आरक्षक राहुल पटैरिया व दोषी महिला के विरूद्ध आपराधिक कार्यवाही की जाए

वीडियो वायरल के बाद मामला क्यों...?

सूत्रों का कहना है कि थाना प्रभारी देहात ने इस मामले में खुद को बचाने के लिए आखिर आरोपी पर मामला दर्ज भी कर लिया है। अब सवाल यह उठता है कि तीन लाख रूपए लिए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद ही मामला दर्ज क्यों कर लिया गया। इसके पहले यह कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यहां बता दें कि पुलिस ने जिसे आरोपी बनाया है, उसका विवाह अभी बीती 16 जनवरी को हुआ है। बलात्कार जैसे मामले की सच्चाई जानने के लिए क्या पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी। डीएनए सहित अन्य जाचों से भी स्पष्ट हो सकेगा कि रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है। थाना देहात लंबे समय से चर्चाओं में बना हुआ है। हाल ही में प्रभारी मंत्री से इस संबन्ध मेंं पत्रकारों ने भी सवाल किए थे, जिस पर उन्होंने एसपी को उचित कार्रवाई किए जाने के लिए कहा था।  

क्या कहते हैं अधिकारी-

थाना प्रभारी रवि गुप्ता एवं आरक्षक राहुल पटैरिया द्वारा तीन लाख रूपए रिश्वत लिए जाने एवं झूठा मामला बनाए जाने की शिकायत मिली है। इस शिकायत की जांच एसडीओपी टीकमगढ़ को सौंपी गई है।जांच के बाद ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा।

सीताराम ससत्या एएसपी, टीकमगढ़