ग्वालियर में हुए राष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक सम्मेलन में एम्स भोपाल का बड़ा सम्मान...

जटिल मोतियाबिंद सर्जरी मामलों के प्रबंधन' पर प्रोफेसर डॉ भावना शर्मा ने दिया व्याख्यान  


भोपाल [जनकल्याण मेल] नेत्र विज्ञान विभाग, एम्स, भोपाल ने ग्वालियर में ग्वालियर डिवीजन ऑफ्थैल्मिक सोसाइटी और रतन ज्योति नेत्रालय द्वारा आई.आई.आर.एस.आई. (इंट्राओकुलर इंप्लांट एंड रिफ्रैक्टिव सोसाइटी ऑफ इंडिया) के तत्वावधान में आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक सम्मेलन में भाग लिया ।

प्रोफेसर भावना शर्मा (विभागाध्यक्ष - नेत्र विज्ञान, एम्स भोपाल) को 'जटिल मोतियाबिंद सर्जरी मामलों के प्रबंधन' पर अतिथि व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया था । उन्होंने प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों में भी निर्णायक की भूमिका निभाई तथा वे कई प्रस्तुतियों में एक पैनलिस्ट रहीं । प्रोफेसर भावना शर्मा को नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में नैदानिक, शल्य चिकित्सा, शिक्षाविदों और शिक्षण में उनके अपार योगदान के लिए 'उत्कृष्टता पुरस्कार' से भी सम्मानित किया गया । उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर शर्मा द्वारा अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद डीन, परीक्षा, एम्स, भोपाल का दायित्व का भी निर्वहन किया जा रहा है ।

डॉ समेंद्र कुमार करखुर, सहायक प्राध्यापक, नेत्र विज्ञान विभाग, एम्स, भोपाल ने भी सम्मेलन में भाग लिया और एक बहुत ही दुर्लभ और जटिल सर्जरी प्रस्तुत करने के लिए "वीडियो फिल्म प्रतियोगिता" के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता । उन्हें "यूवाइटिस मोतियाबिंद" मामलों और उनके प्रबंधन पर 'अतिथि संकाय व्याख्यान' देने के लिए भी आमंत्रित किया गया था । कई पोस्ट ग्रेजुएट रेजिडेंट चिकित्सकों ने वैज्ञानिक पेपर प्रस्तुत किए और डॉ निकिता यादव ने सर्वश्रेष्ठ पेपर का पुरस्कार जीता ।

प्रो. (डॉ.) अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक और सीईओ ने संस्थान की प्रतिष्ठा में वृद्धि के लिए विभाग को बधाई देते हुए, सभी पुरस्कार विजेताओं तथा प्रतिभागियों के चिकित्सा विज्ञान में उनके योगदान और मानवता की सेवा को आगे बढ़ाने के लिए प्रसन्नता व्यक्त की ।