गंदा पानी पीने को मजबूर घरौंदा सलैया के रहवासी



जानकारी के बाद भी अनसुनी कर रहे हैं. नगर निगम के अधिकारी



भोपाल [जनकल्याण मेल]  मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल नगर निगम के वार्ड नंबर 83 में निवासरत रहवासी नगर निगम के नलों में आ रहे गंदा पानी पीने को मजवूर है।

श्री प्यारेलाल खण्डेलवाल आवासीय परिसर में निवास कर रहे 1104 परिवार लगभग एक माह से गंदा पानी छान - छान कर पी रहे हैं। जिनके घरों में आरओ लगे हैं उनके फिल्टर दो - दो बार चौक हो गये हैं। अधिकारियों को फोन कर अवगत कराया तो बताया गया कि टंकी की सफाई करा दी है, अब पानी साफ मिलेगा। साफ पानी तो दूर की बात अब तो मिट्टी के साथ कीड़े - मकोडे नलों के माध्यम से टंकी में आने लगे हैं। नगर निगम के नल - जल विभाग के इंजीनियर और सब इंजीनियर मोबाइल फोन पर बात करने को तैयार नहीं हैं। जब जोन के स्वास्थ्य अधिकारी को मोबाइल पर जानकारी दी तो वह सीधे - सीधे पल्ला छाडते हुए बोले यह काम हमारा नहीं है एई से बात करो।

हम माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से जानना चाहते हैं कि जनता नगर निगम को टैक्स देती रहे और मध्य प्रदेश शासन इन अधिकारियों को भरपूर सेलरी देती रहे और भोपाल का नागरिक जल विद्युत और सड़क की मूलभूत सुविधाओं से बंचित रहेगा क्या...? सीएम हेल्पलाइन में जब शिकायत करो तो संबंधित विभाग के नौकरशाह जाग्रत हो जाता है फिर मोबाइल पर बात करने के लिए आगे आते हैं। अरे इन अधिकारियों को जनता की सेवार्थ हेतु नगर निगम में शासन ने दायित्व सौंपा है ईमानदारी से काम क्यों नहीं करते..? आपका काम है जनहित में सहयोग करना। गंदा पानी पीने से रहवासियों को बीमारियों से जूझना पड़ सकता है। जिससे शासन के साथ - साथ अनेक परिवारों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान होगा जिसका जबावदेह कौन होगा...? 

घरौंदा सलैया के रहवासी संघ के अध्यक्ष भगत राम जाट, सुरेन्द्र मिश्रा, कमलेश सिंह, जगदीश सिंह राजपूत, संतोष शुक्ला, सुनील राजा,  एड. विनोद ठाकुर. धीरज सक्सैना. राजेन्द्र राजपुत्र. सोनू सोलंकी. पप्पू सेन. रमेश शर्मा सहित समिति के अनेक सदस्यों ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि स्वच्छ और साफ पानी की सप्लाई कराने में नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश जारी करने का कष्ट करें। जो जनसेवा में लापरवाही बरत रहे हैं उन पर शासन के नियमानुसार दण्डात्मक कार्रवाई करें।