नामांकन के आखिरी दिन टीकमगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की सूची जारी

अंशुल खरे, अभिषेक खरे, मनोज देवलिया, वृज तिवारी व रजनी जयसवाल पर गढी नगर की नजर 












टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] जिले की एक मात्र नगर पालिका टीकमगढ़ के 27 वार्डों के लिये बीजेपी और कांग्रेस ने काफी जद्दोजहद के बाद अंतत: अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस दौरान आखिरी समय तक उम्मीदवारों के नामों में परिवर्तन और विरोध के स्वर मुखर होते नजर आए। कई वार्डों में टिकटों को बेंचने और योग्य उम्मीदवारों की अनदेखी के आरोप लगाये जाने लगे हैं। इतना ही नहीं कई उम्मीदवारों के व्यवहार पर भी सवाल उठाये जाने लगे हैं। फेसबुक सहित सोशल मीडिया के माध्यमों से दावेदारों का गुस्सा जहां फूटता नजर आने लगा है, तो वहीं कई उम्मीदवारों ने तो अन्य दलों का दामन थाम कर टिकट तक पा लिया है। नगर पालिका चुनाव में उम्मीदवारों की सूचियां जारी होने के साथ ही लोगों में चर्चाओं का माहौल गर्माने लगा है। हार-जीत को लेकर समीक्षा की जाने लगी है। एक वार्ड से दूसरे वार्ड में चुनाव लडऩे वालों की संख्या में कम नहीं है। अब देखना है कि वार्ड के पुख्ता दावेदारों की उपेक्षा और बाहरी कार्यकर्ताओं को तबज्जों देना किस पार्टी को कितना लाभ पहुंचाता है। पार्षद के लिये चुनाव मैदान में आए रसूखदारों एवं कुबेर पुत्रों को लेकर भी अटकलों का दौर जारी हो गया है। कहा जा रहा है कि अधिकांश उम्मीदवारों में अध्यक्ष पद की लालसा और पार्षदों की खरीद फरोख्त को लेकर अभी से चर्चाएं गर्माने लगी हैं। नगर के वार्ड नंबर एक में बाहरी उम्मीदवारी ने लोगों में हलचल तेज कर दी है। बीजेपी से यहां श्रीमती जयंती गजेन्द्र गोस्वामी को उम्मीदवार बनाया है। श्रीमती जयंती की दावेदारी से यहां के समीकरण बिगड़ते नजर आने लगे हैं। यहां मुख्य मुकाबला एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी के बीच होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यहां कांग्रेस ने यहां श्रीमती सीता-वीरेन्द्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है। इसी प्रकार वार्ड नंबर दो से बीजेपी ने बृजकिशोर तिवारी को उम्मीदवार बनाया है, तो कांग्रेस से अरविंद रजक अड्डू को उम्मीदवार बनाया गया है। यहां निर्दलीय उम्मीदवारों की भी लंबी लिस्ट है, जिनमें कई उम्मीदवार बाजी मारने का दम भरते नजर आ रहे हैं। इस वार्ड से यदि अरूण तिवारी और मदन रजक भी अपना भाग्य आजमाते हैं, तो चुनावी राजनीति में बड़े उलटफेर की उम्मीद की जा सकती है। बताया गया है कि वार्ड नंबर तीन से बीजेपी ने पूर्व में पार्षद रह चुके मनोज देवलिया पर एक बार फिर भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने इस वार्ड से राजेश कुमार साहू को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा यहां निर्दलीय उम्मीदवारों का भी अच्छा खासा दबदबा देखा जा रहा है। जो चुनावी समीकरण को बनाने और बिगाडऩे का माद्दा रखते हैं। बार्ड नंबर चार में कांग्रेस की मधु नायक मिश्रा पत्नी अंशुल मिश्रा और बीजेपी उमा प्रफुल्ल द्विवेदी अपना भाग्य आजमा रहीं हैं। वार्ड नंबर 5 से हरिबाई प्रजापति बीजेपी एवं गीता अहिरवार कांगे्रस, वार्ड नंबर 6 से श्रीमती पूनम रजनी जायसवाल कांग्रेस, वार्ड नंबर 7 से मेेघा प्रणय जायसवाल बीजेपी एवं लक्ष्मण रैकवार कांग्रेस, वार्ड नंबर 8 प्रत्येन्द्र सिंघई बीजेपी एवं अंशुल जैन मोना कांग्र्रेस, वार्ड नंबर 9 से मुन्ना लाल साहू बीजेपी एवं भरत सोनी कांग्रेस, वार्ड नंबर 10 से श्रीमती मुन्नी बानो बीजेपी एवं श्रीमती नफीसा बानो कांग्रेस , वार्ड नंबर 11 से अतुल राय बीजेपी एवं जसबंत बाल्मीकि कांग्रेस, वार्ड नंबर 12 से श्रीमती चंद्र प्रभा झां बीजेपी एवं श्रीमती विमलेश यादव कांग्रेस, वार्ड नंबर 13 से कैलाश अहिरवार बीजेपी एवं देवी दयाल अहिरवार कांग्रेस, वार्ड नबंर 14 से श्रीमती उषा सोनी कांग्रेस,  वार्ड नंबर 15 से अनीस अहमद कांग्रेस एवं मुमताज खां बीजेपी, वार्ड नंबर 16 से आरती साहू बीजेपी एवं श्रीमती शाहजहां कांग्रेस, वार्ड नंबर 17 से राजीव जैन बीजेपी एवं अनिल बडक़ुल कांग्रेस, वार्ड नंबर 18 से गोरेलाल सेन बीजेपी एवं सुनील यादव कांग्रेस, वार्ड नंबर 19 से श्रीमती सरोज राजपूत बीजेपी एवं डां अलमी नाज बानो कांग्रेस, वार्ड नंबर 20 से श्रीमती वर्षा हर्ष मिश्रा बीजेपी एवं सुषमा नायक कांग्रेस, वार्ड नंबर 21 से अभिषेक खरे बीजेपी एवं राजेश यादव कांग्रेस, वार्ड नंबर 22 से अब्दुल मुईन बीजेपी एवं अब्दुल गफ्फार पप्पू मलिक कांग्रेस, वार्ड नंबर 23 से श्रीमती शमां परबीन बीजेपी एवं श्रीमती शबनम बानो कांग्रेस, वार्ड नंबर 24 से श्रीमती पार्वती प्रजापति कांग्रेस, वार्ड नंबर 25 से जानकी प्रसाद कुशवाहा बीजेपी एवं राम कुमार यादव कांग्रेस, वार्ड नंबर 26 से श्रीमती निकिता प्रजापति बीजेपी एवं श्रीमती भगवती सूत्रकार कांग्रेस एवं वार्ड नंबर 27 से सलीम खान बीजेपी एवं श्रीमती राखी यादव को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो सूची में अभी भी फेर बदल की उम्मीद की जा रही है। वगावती तेबरों ने बीजेपी खेमें में हलचल मचा दी है।  

बीजेपी को मंहगी पड़ सकती है बृज तिवारी की नाराजगी

जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग के  नजदीकी माने जाने वाले युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष और बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष बृज किशोर तिवारी की नाराजगी बीजेपी को कितनी मंहगी पड़ेगी, यह तो आने वाला समय बतायेगा, लेकिन फिलहाल मुंहवाद और गहमा-गहमी के दौर से बीजेपी गुजर रही है। बीजेपी संगठन ने नामांकन के आखिरी दिन टिकट वितरित कर बृज किशोर तिवारी का नाम वार्ड नंबर तीन से घोषित कर दिया। लेकिन बृज तिवारी ने अपना नामांकन वार्ड नंबर तीन से भरा है, जो उनका अपना वार्ड है। अब बृज तिवारी ने जब वार्ड नंबर दो से नामांकन ही नहीं भरा है, तो वह उम्मीदवार कैसे हो सकते हैं। पार्टी ने उन्हें पहले भी निर्देशित नहीं किया। अब मनोज देवलिया के उम्मीदवार बनाये जाने से बृज तिवारी के पास निर्दलीय उम्मीदवारी के अलावा कोई चारा भी नहीं है। उन्हें मनाने के लिये पार्टी पदाधिकारी लगे हुये हैं, लेकिन फिलहाल इस तरह की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। अब देखने वाली बात यह है कि वार्ड नंबर दो से मजबूत प्रत्याशी का खोज करना होगी, तो वहीं वार्ड तीन पर मडऱाते इस नये संकट से निबटने के लिये नई रणनीति भी बीजेपी को तैयार करना होगी। वैसे भी यहां कांग्रेस ने बीजेपी को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी है।