16 सौ पेटी देशी मदिरा की पेटियां सडक़ पर बिखरी
दिगौड़ा पुलिस मौके पर पहुंची
टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] ग्वालियर से जबलपुर जा रहा देशी मदिरा से भरा ट्रक अचानक बमोरी बराना के पास अनियंत्रित होकर पलट गया। 16 सौ पेटी देशी शराब से भरा ट्रक पलटते ही यहां सनसनी फैल गई। दोपहर 11. 30 बजे के लगभग हुये इस सडक़ हादसे के बाद से ही यहां अटकलों का दौर शुरू हो गया। चुनावी मौसम के बीच शेर छाप देशी मदिरा से भरा ट्रक पलटने को लेकर पुलिस और आबकारी अधिकारियों के साथ ही अनेक तमाशबीन लोग मौके पर जा पहुंचे। शराब और ट्रक दिगौड़ा पुलिस ने अपने सुपुर्द कर लिया है। यहां शराब ठेकेदार के कर्मचारियों ने भी काफी मदद की। आबकारी अधिकारी सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि नेशनल परिमिट ट्रक नंबर एमपी 20 एचबी 3151 शेर छाप देशी शराब की 16 पेटी के लगभग भरकर ले जा रहा था। इस मार्ग से दो ट्रक देशी मदिरा ले जाई जा रही थी। दो ट्रकों में से एक ट्रक यहां असंतुलित होकर पलट गया। जिससे देशी शराब की पेटियां बिखर गईं। बताया गया है कि पहले यह ट्रक ललितपुर होकर जाते थे, कुछ समय पहले ही इन ट्रकों का यहां से दमोह होकर जाना शुरू हुआ है। बताया गया है कि फिलहाल ट्रक चालक मौके से डर के कारण भाग निकला, जिसका पता लगाया जा रहा है। इस मामले में आबकारी विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि यह ट्रक ग्वालियर से भरा गया था और यह टीकमगढ़, हीरापुर, दमोह होते हुए जबलपुर जाना था। बताया गया है कि साइकिल से जा रहे एक व्यक्ति को बचाने के चक्कर में यह ट्रक अनियंत्रित हो गया और रोड पर ही पलट गया। हालांकि अभी तक कोई अनहोनी की जानकारी नहीं मिली। मौके पर आबकारी अधिकारी सुशील श्रीवास्तव, एसआर अहिरवार, थाना प्रभारी हिमांशु चौबे सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जब इस संबन्ध में टीकमगढ़ आबकारी अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि देशी शराब अवैध नहीं है। उसके कागजाद सही पाये गये हैं। अफवाहों को उन्होंने सिरे से खारिज करते हुये देशी शराब को जबलपुर के लिये जाना बताया। देशी मदिरा के बोतलों पर निर्माण तिथि एवं बैच नंबर न होने के पीछे उन्होंने कहा कि कुछ बोतलों पर हो सकता है कि निर्माण तिथि न डल पाई हो, लेकिन कागजादों पर है। यह जरूरी नहीं कि प्रत्येक बोतल पर निर्माण तिथि मौजूद हो। मिस प्रिंट भी हो सकती है। अब यह जांच का विषय है कि कुछ पर यह तिथि प्रिंट नहीं की गई है, या फिर प्रत्येक बोतल पर तिथि नहीं डली है। यदि ऐसा है तो यह बढ़ी गड़बड़ी है, जिस पर पर्दा डाला जा रहा है। चुनावी मौसम को देखते हुये इस घटना के बाद सारे मामले की निष्पक्ष और बारीकी से जांच की जरूरत बताई जा रही है। ब्रांड को लेकर भी जब चर्चाएं सामने आईं, तो अधिकारी का कहना है कि यह देशी शराब जबलपुर में बेंची जाती है, तथा जबलपुर ही जा रही थी।
सिर मुडवाते ही ओले पड़े
कहावत है कि सिर मुडवाते ही ओले पड़े। ग्वालियर से अब तक देशी मदिरा लेकर यह ट्रक ललितपुर होकर जाता था, हाल ही कम दूरी के कारण यह ट्रक जबलपुर के लिये वाया टीकमगढ़, झांसी, टीकमगढ़, हीरापुर और दमोह होते हुये ले जाना शुरू किया गया है। इस ट्रक का रूट यहां से बताया जा रहा है, जबकि आशंका है कि यह ट्रक सार्ट कट के चक्कर में यहां से ले जाया जा रहा हो। यह चर्चाओं का विषय बना हुआ है। रोड बदलते ही यह हादसा होना इस कहावत को चरितार्थ कर रहा है। आबकारी विभाग और दिगौड़ा पुलिस ने मामले की छानबीन करने के साथ ही क्षतिग्रस्त मदिरा ट्रक को अपने सुपुर्द कर लिया है। प्लेन शेर छाप देशी शराब की बिक्री फिलहाल एमपी में होती नजर नहीं आती, इससे आशंका जाहिर की जा रही है कि यह शराब टीकमगढ़ होकर यूपी के किसी इलाके में जा रही थी, लेकिन इस मामले को लेकर गुमराह किया जा रहा है। यह घटना जांच का विषय है।
शराब ठेकेदार लगे रहे समेटने में, लोगों ने किया हाथ साफ
शेरे छाप देशी मदिरा से भरा ट्रक पलटते ही मौजूद लोगों ने भी अपने हाथ साफ किये। चुनावी मौसम होने के कारण आम लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कोई कहने लगा कि यह मोहनगढ़ की ओर जाना थी, तो कोई इसे जिले के ही दिगौड़ा एरिया में सप्लाई होना बताने लगा। इन अटकलों को विराम यहां के आबकारी अधिकारी श्रीवास्तव ने लगाया। उनका कहना है कि यह देशी शराब नियमानुसार सही है। जो ग्वालियर से जबलपुर वाया टीकमगढ़, दमोह ले जाई जा रही थी। सुबह 11.30 बजे अचानक ट्रक पलटने से सनसनी फैल गई। लाखों रूपये कीमत की यह शराब जांच का विषय जरूर है। बताया गया है कि ट्रकों की संख्या दो थी, जिसमें आगे वाला ट्रक पलट गया। दूसरा ट्रक सलामत है। ट्रक पलटते ही देशी पर लोगों ने हाथ साफ करने में कसर नहीं छोड़ी। पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है