हमाए तै कौ कमाल तौ देखौ, मरे आदमी जियत हो जात, और तौ और मजदूरी तक कर जात...

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मनरेगा में अपने मन की कर गये, मर गये तौई काम कर गये



प्रदीप खरे 

टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] काय रे कितै भगत जा रऔ...इकाऊ तौ उकता रऔ। भैया गजब हो गऔ..कक्का खौ मरें आठ साल हो गये, अबै लौ सपनन तक नई दिखानों। अकेले बताओ तो..अपने स्टाप डेम पै मजूरी कर गऔ..। हऔ तै सोई आयली-बायली बकन लगौ। ऐसौ होत कऊं..। भैया न मानौं तौ अपने सरपंच साहब सैं पूंछ लो, जिनने अपने हाथन पईसा पूरे गिनकें दयैं। कलेक्टर रेट के हिसाब सें पूरौ भुगतान करो। रमुआ तै सोई जाने कितै कितै की खबरें लियाऊत। अरे भैया मौये कौन सपनों भओं तो, ई मनरेगा में सबने अपने-अपने मन की कर डारी। डेम का बनौ..गांव के सबरे भूत काम पै लगा डारे...। ऐसौं कौन एक जांगा भऔ। जितै देखौं उतै मचौ। पलेरा में तौ पैलां फौजी तक मनरेगा में काम पै दिखा दये..जीकी जांच भईती..भऔ का है, वौ तो आज तक पतौ नहीं परो। मनरेगा का लंबौ चि_ा कैऊ नेता हाथन में लयै फिर रयै..उराने पै उराने दे रयै..अकैले आज नौ कछु नईं होत दिखा रऔ। करोडऩ खा गये और डकार तक नईं लई। भैया सडक़न खौं बनाबे बारन ने सोई कसर नईं छोड़ी। स्कूटरन पै बजरी और गिट्टी ढो डारी। ऐसी धांधली मची..कौऊ सुनत है का। जो पकरो गऔ सो चोर, नहीं तौ फिर साहूकार। देखौ तो जिनके तै खाबे नहीं हतौ..उनके तै फटफटियां और कारें हुर्रा रईं। अकेलें एक बात सो है..बेईमानी के काम में जितेक ईमानदारी देखी..ऊतैक ईमानदारी के काम में सो नईयां। भ्रष्टाचार करबे बारे बात को सो धनी रत..जितैक कै दयी..ऊसें फिर एक रूपइया बाढ़ू नईं लेत। काय सट्टा, जुआ और आईपीएल में देख लो..भुगतान जबान पै होत..। न कोनऊ लिखा पड़ी और न कोनऊ बियानों। और सैटिंग सोई कमाल की। सब खौं अपनों अपनों हैंसा सोई घरें बैठें मिलत। चाय-पानी की होत रत बा अलग। इमें सोई कैऊ फल-फूल रये। अपने तै तो नजराना..सुकराना...और हकराना तीनऊं लयै जात...। भैया भ्रष्टाचार न कऔ। जा तौ ऐसी गंगा आये, जीमें कजन साहब नई उतरे, तौ बढ़ी मुश्किल सें तरत...। का हो...जा तौ बताऔ कै अपने ने जौन मरे आदमियन खौं पईसा देबै की बात करी, जा तौ सांसी आये। अब अपन देख लो...जिनने बिजली लगवाईती..बै बूढ़े पुराने तौ चले गये। अकैलें बिल सौ सालन सैं उनई के नाम पै आ रऔ...मीटर के नाम कौ परिवर्तन तौ कभऊं होत नईयां..बिजली चोरी पकरी जै..तौ मीटर मालिक पै मामला बनें..अब वौ तो बीस-पच्चीस साल पैला मर गऔ..ऐसे में बिजली विभाग का करे। बिजली विभाग में तौ वे बिल भेज रये मरे आदमियन के नाम...और कमाल की बात तौ जा है..कै दद्दा और बब्बा सोई बिल जमा करबे कितैक दूर सैं आ रयै। भैया सरकार कबै किये मरौ दिखा देबै..और कबै किये जिंदा..कछु नई कऔ। अपने तै तो एक जिला पंचायत सदस्य कुशवाहा जी ने खुद खौ जिंदा बता बे के लाने इतैक पापड़ बेले ते कै तनक और सो बै सोई जाबे बारे हते...भगवान ने उनकी सुन लई और वे चुनाव जीत गये..तब कऊं जाकें जिंदा से लगे। मजदूरी में फर्जी नाव चढ़ावे बारन सें हम तौ इतैक जरूर कत..कै पैलां जो पतौ कर लैबू करे, कै फलानों आदमी जिंदा है, कै बैकुंठ सिधार गऔ। घर बारे हैरान न हुईयें और तुमाऔ फर्जीफिकेशन बनों रै।