जिला अस्पताल टीकमगढ़ से भर्ती महिला का बच्चा चोरी, फैली सनसनी

अज्ञात चोर सीसीटीव्ही में कैद, पुलिस ने की खोज शुरू 



टीकमगढ़ [जनकल्याण मेल] सुबह चार बजे अचानक एक व्यक्ति आता है, और एक महिला से बच्चा मांगता है। इसके बदले में उसे दो लाख रूपये की मोटी रकम देने की बात करता है। जब महिला मना कर देती है, तो आरोपी फिर बच्चा चुराने का षड्यंत्र रचता है। जिसमें वह कामयाब हो जाता है। बच्चा चोरी होते ही अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन सक्रिय हो जाता है। बच्चा चोरी जाने से महिला और उसके परिजनों में शोक का माहौल बना हुआ है। सीसीटीव्ही में आरोपी बच्चा को थैला में ले जाते हुये दिखाई दे रहा है। सनसनीखेज घटना के बाद से सारे शहर में हडक़ंप मच गया है। अस्पताल से बच्चा चोरी जाने के बाद से कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं। यहां बता दें कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं। यहां गार्ड सहित डाक्टरों की लंबी टीम सहित अन्य कर्मचारी चौबीसों घंटों तैनात रहते हैं। यह अलग बात है कि कौन कितना अपने कर्तव्यों के प्रति वफादार है। इस घटना के बाद से यहां प्रसव के लिये आई महिलाओं की भी चिंता बढऩे लगी है। घटना के संबन्ध में मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि सरकारी जिला अस्पताल में एक माह का बच्चा चोरी होने का मामला सामने आया है। अज्ञात आरोपी ने आज तडक़े करीब 4 बजे अस्पताल के महिला वार्ड से बच्चा चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया। घटना की शिकायत बच्चे के पिता ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई। जानकारी लगते ही पुलिस ने जिला अस्पताल पहुंचकर जांच पड़ताल की। इस दौरान सीसीटीवी कैमरे में एक अज्ञात आरोपी काले रंग का थैला लेकर भागते हुए साफ तौर पर नजर आ रहा है। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस सबन्ध में कोतवाली टीआई वीरेंद्र सिंह पवार ने बताया कि जिले के लिधौरा थाना क्षेत्र के सतगुवां गांव निवासी 50 वर्षीय पार्वती कुशवाहा ने एक महीने पहले बच्चे को जन्म दिया था। स्वास्थ्य खराब होने के चलते पिछले एक माह से नवजात के साथ महिला अस्पताल में ही भर्ती है। आज सुबह तकरीबन 4 बजे महिला टॉयलेट चली गई। इसी बीच अज्ञात आरोपी बच्चे को लेकर फरार हो गया। जब महिला लौट कर आई और उसे पलंग पर बच्चा नहीं मिला, तो उसने अपने पति गोला कुशवाहा को जानकारी दी। इसके बाद पति ने कोतवाली थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करा दी। जिला अस्पताल में जिस वार्ड में महिला भर्ती है, उसी कमरे में सीसीटीवी कैमरा भी लगा है। इसके अलावा उस वार्ड में करीब 10 महिलाएं भी एडमिट है। बावजूद इसके आरोपी बच्चा चुराने में सफल हो गया। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस ने जब डिलीवरी वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें साफ तौर पर एक व्यक्ति काले रंग का बैग लेकर भागते हुए दिखाई दे रहा है। उसके पीछे एक महिला भी जाते हुए दिख रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फिलहाल पुलिस संदिग्ध व्यक्ति और उस महिला की तलाश में जुट गए हैं। जांच के दौरान पता चला है कि बीते कुछ दिनों से एक दंपति पार्वती और उसके पति से बच्चा खरीदने की मांग कर रहे थे। लेकिन पार्वती और उसके पति ने अपना बच्चा देने से मना कर दिया था। सोमवार रात भी कुछ लोग लगातार पीडि़त दंपति से इस बारे में चर्चा करते देखे गए। कोतवाली पुलिस बच्चे की खरीद-फरोख्त के मामले की जांच भी कर रही है।

प्रबंधन की व्यवस्थाओं की खुली पोल

 अस्पताल कर्मचारियों की व्यवस्थाओं की बच्चा चोरी जाने से पोल खुल गई है। यहां के कर्मचारियों द्वारा बिना पूंछतांछ के लोगों को बेखटके अंदर जाने दिया जाता है। न तो इंट्री की जाती है और न ही आधार कार्ड या कोई परिचय पत्र देखा जाता है। यहां तक की यह भी नहीं पूंछा जाता है, कि किस से मिलना है और क्यों आए हो। बताया गया है कि यहां कर्मचारियों का ध्यान जितना प्रसव के लिये आई महिलाओं से सुविधा शुल्क लेने पर होता है, उतना ध्यान यहां की व्यवस्थाओं पर नहीं होता। प्रसव वार्ड को लेकर कर्मचारियों में आए दिन विवाद होना आम है। यहां ड्यूटी लगवाने के लिये अधिकांश कर्र्मचारियों की मशक्कत बच्चा चोरी जाने के बाद चर्चाओं में है। बच्चा चोरी के दौरान कौन कहां था, यह जानना भी जरूरी है। दोषी और लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाए, जिससे अन्य कर्मचारियों की लापरवाही कम हो सके।

एसपी ने किया पुलिस दल किया रवाना

मामला पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे के संज्ञान में लाया गया। उन्होंने तत्काल टीकमगढ़ कोतवाल वीरेन्द्र सिंह पवांर एवं कर्मचारियों की टीमों को खोजबीन करने के निर्देश दिये। श्री पवांर ने बताया कि पुलिस कुछ संदेहियों से पूंछतांछ करेगी। उन्हें खोजने के लिये दल रवाना किया गया है। इस घटना का जल्दी ही खुलासा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने नाबालिग बच्चे का अपहरण किये जाने को लेकर फिलहाल धारा 363 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामला का पर्दाफाश हो सकेगा। इस घटना के बाद से पुलिस अधीक्षक श्री खरे ने पुलिस चौकी कर्मचारियों एवं अन्य कर्मचारियों को निर्देश देते हुये यहां की गतिविधियों पर नजर रखने और संदेहियों से पूंछतांछ करने के निर्देश दिये हैं।