नवादा (बिहार): [जनकल्याण मेल] वरिष्ठ कवि/गीतकार नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने अमेठी (यूपी) के अवधी- मधुरस मंच से आयोजित अपने एकल फेसबुक लाइव काव्य प्रस्तुति के दौरान 30 अप्रैल,2022(शनिवार) की संध्या 7बजे से 7.40 बजे के बीच कहा कि अवध व मगध के साहित्यकार लोकभाषा को सांवैधानिक दर्ज़ा दिलाने की लड़ाई एक साथ मिलकर लड़ेंगे। इसके लिए जल्द ही व्यापक रणनीति बनाई जाएगी।
राष्ट्रीय कवि श्रेष्ठ नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने अपनी गीतों - कविताओं के माध्यम से असामाजिक बिडंम्बनाओं, अमानुषिक प्रवृतियों व समाज में व्याप्त असामान्य वर्जनाओं पर करारा प्रहार करते हुए आवऽ गावऽ गीत कंठ से,बहे प्रेम के धारा मगही गीत को नये अंदाज में पेश करते हुए विश्व शांति के शब्द-छंद बिखेरे।
इस आॅनलाइन कार्यक्रम में ज्ञानेंद्र पाण्डेय,राजदेव यादव, प्रेमचंद दुबे,कवि राजकुमार, मणिकांत मणि, मनोज कुमार, मनसूर खान नादां, सागर इंडिया , सुशील चन्द्र पाण्डेय,आर के विश्वकर्मा,सोहन लाल,ललन प्रसाद नलिन, जयराम शर्मा,रवि मिश्रा, गौतम प्रकाश,मोर्य रजनीकांत, राजेन्द्र शुक्ल सहित सैंकड़ों लोगों की जुबान पर मगही गीतों के लय रागात्मक शैली में तिरते दिखे।
मंच के निदेशक ज्ञानेंद्र पाण्डेय ने कहा कि इस राष्ट्रीय कार्यक्रम से अवधी व मगही को देश - देशांतर तक पहुंचाने में आत्मिक शक्ति मिली है व इस तरह का कार्यक्रम अनवरत चलता रहेगा।
नरेन्द्र प्रसाद सिंह
महामंत्री
अखिल भारतीय मगही प्रचारिणी सभा (बिहार)मोबाइल नंबर:9973121452.