... अब चंदेरी रेल लाइन का सपना शीघ्र होगा साकार

 


चंदेरी रेल लाइन की मंजूरी मिलते ही क्षेत्र वासियों को मिलेंगे अनेक लाभ*

*चंदेरी [जनकल्याण मेल]* *गुना- शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉक्टर के पी यादव के अथक प्रयासों से चंदेरी के रास्ते पिपरई गांव और ललितपुर को जोड़ने वाली रेलवे लाइन पर बजट आवंटन किए जाने और उसकी मंजूरी प्रदान करने के लिए मांग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई है इसके पूर्व क्षेत्रीय सांसद द्वारा भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर आधिकारिक दस्तावेजों के साथ चंदेरी रेल लाइन को मंजूरी प्रदान करने हेतु आग्रह किया जा चुका है,उससे यह संभावना प्रबल हो गई है कि अब शीघ्र ही चंदेरी रेलवे लाइन को मंजूरी मिल जाएगी और क्षेत्रवासियों का सपना साकार हो जाएगा*.

*अक्टूबर 2021 में केंद्रीय मंत्रीअ ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा चंदेरी रेल लाइन को मंजूरी प्रदान करने के लिए रेल मंत्री जी को पत्र भी लिखा गया है*, तथा जनवरी 2022 में *झांसी- ललितपुर के सांसद  अनुराग शर्मा के द्वारा भी रेल मंत्री को चंदेरी रेल लाइन पर बजट आवंटन के लिए एवं मंजूरी प्रदान करने के लिए पत्र लिखा जा चुका है*.

चंदेरी के रास्ते पिपरई गांव और ललितपुर को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का उल्लेख रेल बजट भाषण वर्ष 2012-13 में हो चुका है *इस रेलवे लाइन का सपना चंदेरी के समाजसेवी उमेश पुरोहित के द्वारा देखा गया था और इस पर उमेश पुरोहित द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर तत्कालीन क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रस्तुत की थी* इसके पश्चात वर्ष 2009 में *ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा इसे गंभीरता से लेकर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखा था* जिसके पश्चात रेलवे बोर्ड द्वारा ₹930000 की राशि चंदेरी रेलवे लाइन की सर्वे रिपोर्ट एवं नक्शा आदि बनाने के लिए जारी की थी जिसके पश्चात *वर्ष 2010-11 में चंदेरी रेलवे लाइन की विस्तृत डीपीआर सर्वे रिपोर्ट नक्शा एवं ट्रैक नक्शे आदि तैयार कर रेलवे बोर्ड को सौपे गए थे* इसी के पश्चात चंदेरी रेल लाइन रेल बजट भाषण वर्ष 2012-13 में उल्लेखित हो पाई थी *जिसकी निर्माण राशि 395.52 करोड रुपए उस समय आंकी गई थी*, परंतु मंजूरी ना मिलने एवं बजट आवंटन के अभाव में यह रेलवे लाइन आज तक लंबित है.

*चंदेरी के सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता डॉ योगेश मिश्रा द्वारा रेलवे  बोर्ड,रेल मंत्रालय भारत सरकार एवं पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर से सूचना का अधिकार के तहत जो दस्तावेज प्राप्त किए हैं,उनमें यह स्पष्ट उल्लेखित है कि चंदेरी रेल लाइन एक लाभकारी रेल लाइन है जिसे  मात्र मंजूरी मिलना शेष है*.

*रेलवे बोर्ड रेल मंत्रालय की आधिकारिक जानकारियों में यह स्पष्ट उल्लेख है कि चंदेरी रेल लाइन रेल मंत्रालय के लिए बहुत लाभकारी रहेगी चंदेरी रेल लाइन गुना सिंगरौल रेलवे लाइन का वैकल्पिक मार्ग होगी,ललितपुर एवं पिपरई के बीच की दूरी इस नई रेल लाइन के बनन पर 32 किलोमीटर कम होगी, चंदेरी रेल लाइन के बन जाने पर सिंगरौली से आने वाला कोयला एवं स्टील आदि की माल गाड़ियां चंदेरी रेल मार्ग से पास हो सकेंगी जिससे बीना एवं कटनी जंक्शन का ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा*, यह सभी जानकारियां रेलवे रोड रेल मंत्रालय की आधिकारिक जानकारी है, जिसके पश्चात क्षेत्रीय सांसद डॉक्टर के पी यादव ने संसद में व इसके पश्चात रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से और अब भारत के प्रधानमंत्री जी से चंदेरी रेलवे लाइन को मंजूरी प्रदान करने के लिए अनुरोध किया है,जिससे यह प्रबल संभावना हो गई है कि अब चंदेरी रेलवे लाइन का सपना बहुत जल्दी साकार होने वाला है.

*चंदेरी रेल लाइन से रेल मंत्रालय को होने वाले आजीवन लाभ*

चंदेरी के रास्ते पिपरई गांव और ललितपुर को जोड़ने वाली 80 किलोमीटर रेल लाइन के बन जाने पर रेल मंत्रालय भारत सरकार को जो आर्थिक लाभ आजीवन के रूप में होंगे वह निम्नानुसार हैं और साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था मैं भी चंदेरी रेल लाइन का भारी योगदान होगा क्योंकि इस रेल लाइन के बन जाने से जो परिचालन व्यय में कमी आएगी उससे आजीवन रेल मंत्रालय को आर्थिक लाभ होगा उससे देश की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा ।

*रेल बोर्ड रेल मंत्रालय द्वारा यह स्वयं स्वीकार किया गया है कि चंदेरी रेल लाइन के बन जाने से ललितपुर पिपरई की बीच की दूरी 32 किलोमीटर कम हो जाएगी,गुना सिंगरौली का यह बैकल्पिक मार्ग होगी,जिससे बीना कटनी रेलवे स्टेशन जंक्शन का लोड कम होगा और लंबे समय में यह रेल लाइन बहुत फायदेमंद रहेगी*

तब चंदेरी रेल लाइन पर मंजूरी मिल जाने से और इसके निर्माण हो जाने से जो तुरंत लाभ रेल मंत्रालय को मिलने प्रारंभ हो जाएंगे वह है :-

1- वर्तमान में चलने वाली पैसेंजर ट्रेन जैसे क्षिप्रा एक्सप्रेस, पटना इंदौर एक्सप्रेस, उज्जैन देहरादून एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, मालवा एक्सप्रेस, इंदौर निजामुद्दीन एक्सप्रेस, रेवांचल एक्सप्रेस को चंदेरी रेल लाइन के माध्यम से परिचालित किया जा सकता है।

2-  ललितपुर सिंगरौली रेल लाइन के बन जाने पर सिंगरौली से आने वाली कोयले की माल गाड़ियों को ललितपुर चंदेरी के माध्यम से राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र राज्यों में आसानी से भेजा जा सकता है।

3- राजस्थान राज्य में बारां एवं रावतभाटा में जो पावर प्लांट है उनको कोयले की आपूर्ति तथा गुजरात के राजकोट मैं जो फाउंड्री इंडस्ट्रीज है उसके लिए कोयला एवं स्टील भेजने के लिए चंदेरी रेल लाइन का उपयोग रेल मंत्रालय आजीवन कर सकता है।

4- पीथमपुर जो मध्य प्रदेश में एक इंडस्ट्रियल एरिया है उसके लिए स्टील एवं कोयला की सप्लाई चंदेरी रेल लाइन के माध्यम से की जा सकती है।

5-  टाटानगर, बोकारो एवं भिलाई स्टील प्लांट से जो स्टील निकलता है उसको देश के विभिन्न इलाकों में चंदेरी के माध्यम से भेजा जा सकता है।

6- भारत देश के पूर्व में स्टील एवं कोयले का विपुल भंडार है उसे देश के पश्चिमी राज्यों के औद्योगिक क्षेत्र में भेजने के लिए चंदेरी रेल लाइन का उपयोग आजीवन के रूप में रेल मंत्रालय के द्वारा किया जा सकता है।

7-  चंदेरी रेल लाइन के बन जाने पर मुंबई हावड़ा के लिए एक तीसरे ट्रैक का विकल्प मिलेगा जिससे मुंबई और हावड़ा के बीच पैसेंजर ट्रेनें चलाई जा सकती, ललितपुर जो मेन ट्रैक पर स्थित है उससे चंदेरी रेल लाइन के जुड़ जाने पर दिल्ली से आने वाली सुपर फास्ट ट्रेन  जो महाराष्ट्र की तरफ एवं राजस्थान की तरफ जाती हैं उन्हें चंदेरी रेल लाइन के माध्यम से चलाया जा सकता है।

8- चंदेरी रेल लाइन के बन जाने पर इस क्षेत्र में पर्यटन, रोजगार एवं औद्योगिक विकास होगा चंदेरी रेल लाइन पर्यटन सर्किट के रूप में भी लाभ प्रदान करेगी क्योंकि दिल्ली मथुरा खजुराहो एवं देश के अन्य पर्यटन क्षेत्रों से चंदेरी रेल लाइन जुड़ जाएगी जिससे राजस्थान महाराष्ट्र गुजरात एवं मध्य प्रदेश के पर्यटन नगर आपस में रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे जिससे पर्यटन में बहुत इजाफा होगा और आम जनमानस को रोजगार के अवसर मिलेंगे और साथ ही औद्योगिक विकास में भी चंदेरी रेल लाइन अपनी महती भूमिका अदा करेगी।

*इस तरह चंदेरी रेल लाइन एक बहुत ही फायदेमंद रेल लाइन रेल मंत्रालय के लिए और भारत के लिए साबित होगी इसलिए इसकी तत्काल मंजूरी प्रदान कर इसके निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की जानी चाहिए।*

1- *उमेश पुरोहित का कथन*

चंदेरी रेल लाइन, चंदेरी के पर्यटन,रोजगार,औद्योगिक विकास एवं विभिन्न विकासोन्मुख व्यवस्था के लिए लाभकारी रहेगी और यह रेल लाइन भविष्य में मुंबई हावड़ा के लिए तीसरे ट्रैक का विकल्प भी होगी तथा माल परिवहन के लिए चंदेरी रेल लाइन बहुत उपयोगी सिद्ध होगी, सिंगरौली से लेकर इंदौर तक मध्य प्रदेश के 16 जिले चंदेरी रेल लाइन के बन जाने पर आपस में जुड़ जाएंगे जिससे इन सभी क्षेत्रवासियों को रोजगार एवं उद्योग में फायदा मिलेगा.

*उमेश पुरोहित समाज सेवी चंदेरी*

2- *डॉ योगेश मिश्रा का कथन*

चंदेरी रेल लाइन पर सूचना का अधिकार के तहत जो दस्तावेज रेल बोर्ड रेल मंत्रालय से प्राप्त किए गए हैं उनसे यह स्पष्ट हो गया है कि चंदेरी रेल लाइन बहुत ही लाभकारी लाइन है इसके मंजूरी मिल जाने और निर्माण हो जाने से जहां रेलवे को आजीवन फायदा होगा वही चंदेरी क्षेत्र को भी बहुत लाभ मिलेगा.

*डॉ योगेश मिश्रा सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता चंदेरी*