नसीम भाई
सांची [जनकल्याण मेल] इन दिनों लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर न केवल लोगों पर पड़ रहा है बल्कि पशुओं के साथ यहां आने वाले बाहरी लोगों पर भी साफ दिखाई दे रहा है इसी के साथ क्षेत्र में फ़सल भी प्रभावित हो सकती है ।
जानकारी के अनुसार इस ऐतिहासिक नगरी में लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड ने जीना मुहाल कर रखा है लोगों को घरों से बाहर निकलने में भी कतराहट होने लगी है वैसे भी जो लोग बाहर निकल रहें हैं वह गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं साथ ही नगर में जगह जगह लोग अलाव जलाकर अपनी ठंड दूर करने में जुटे हुए हैं हालांकि नगर परिषद द्वारा कुछ स्थानों पर लकड़ी की व्यवस्था तो की है परन्तु वह नाकाफी दिखाई दे रही है इतना ही नहीं उन लोगो को सबसे अधिक इस ठंड से उन लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है जो अपना जीवन खुले आसमान के नीचे फुटपाथों पर गुजारने मजबूर हैं नगर में सुबह से ही कोहरे की चादर से नगर ढका दिखाई दे रहा है बाकी कसर चलने वाली शीत लहर पूरा कर रही है इस ठंड से न केवल मनुष्य ही प्रभावित दिख रहे हैं बल्कि आग जलती देख वहां पशु भी घेरकर खड़े दिखाई दे जाते हैं इस ठंड का असर उन लोगों पर भी साफ दिखाई देता है जो बाहर से इस नगर के दर्शनार्थ आते हैं वह भी सिकुड़ते दिखाई दे जाते हैं शासकीय कार्यालयों में भी जगह जगह लकड़ी के अलाव जलाकर लोग अपनी ठंड भगाते नजर आ रहे हैं। फसलों पर भी पड़ने से इंकार हालांकि ऐसा माना जाता था कि जब संक्रांति आती है तथा लोग जब डुबकी लगा लेते थे उसके बाद मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाता था। ठंड के कारण बाजार भी सूने पड़ते दिखाई देने लगे हैं लोग ठंड से बचाव के लिए यहां वहां से लकड़ी तलाशते दिख जाते हैं ठंड ने नगर में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है जिसका सीधा असर लोगों पर दिखाई दे रहा है ।