चंदेरी बना शिमला, कुल्लू मनाली, एक बार तो पधारिए हमारी चंदेरी




*अनीस उल्ला खान*

चंदेरी [जनकल्याण मेल] शीत लहर में ठंडक और दोपहर एक बजे तक लगे कोहरे ने आज चंदेरी को शिमला बना दिया।11डिग्री सेल्सियस तापमान दोपहर में होने के कारण आज चंदेरी में जम कर ठंड पड़ रही है। चंदेरी बस स्टैंड से किला कोठी का दृश्य घने कोहरे से विहंगम जरुर बन गया है।

 वैसे भी चंदेरी अपनी  ऐतिहासिक महत्व के साथ साथ विश्व प्रसिद्ध चंदेरी साड़ी के प्रसिद्ध है। यहां नये साल पर हजारों की संख्या में सैलानी आते हैं और इस नये साल पर पहले से ज्यादा सैलानियों के आने की संभावना जताई जा रही। 

किसी भी ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थल पर यदि किसी पर्यटक को आकर ऐतिहासिकता का अनुभव एवं कुदरत की नजरों से दो-चार होते हुए खुशी का अनुभव एहसास होता है तो दूसरी ओर उस क्षेत्र से जुड़े प्रत्येक वर्ग को पर्यटन के माध्यम से रोजी रोटी का पुख्ता जरिया भी बनता है जिसके सहारे में अपना ही नहीं अपितु सारे परिवार का पालन पोषण करता है।

 


हम बात कर रहे हैं चंदेरी पर्यटन कि जो धीरे-धीरे किंतु ठोस कदम आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने हेतु प्रयासरत है। नगर में आ रहे पर्यटकों की की संख्या इस और साफ साफ इशारा कर रही है कि चंदेरी पर्यटन का भविष्य उज्जवल है।

चंदेरी पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु शासकीय एवं अशासकीय स्तर पर निरंतर प्रयास जारी है और होना भी चाहिए तभी पर्यटन के क्षेत्र में समुचित विकास अच्छे परिणामों की उम्मीद कि जा सकती है 

वैसे भी यह एक बहुत बड़ी सच्चाई है कि चंदेरी का विकास चंदेरी पर्यटन में ही समाहित जान पड़ता है चंदेरी पर्यटन को जितना अधिक बढ़ावा मिलेगा यह नगर उतना ही विकास और उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा।



मध्यप्रदेश शासन द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने एवं पर्यटकों को लुभाने हेतु नई नई तकनीक विकसित की जा कर नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं विशेष रूप से ‌ सांस्कृतिक विरासत टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, हेरिटेज टूरिज्म,चिकित्सा पर्यटन, तीर्थ यात्रा पर्यटन इको पर्यटन, धार्मिक पर्यटन एवं प्राकृतिक पर्यटन पर फोकस किया जा रहा है सबसे अच्छी बात यह है कि कहीं-कहीं सुखद नतीजे भी सामने आ रहे हैं रोजगार के नए नए अवसर भी उपलब्ध हो रहे हैं।

याद रखना होगा कि मध्य प्रदेश का चंदेरी पहला ऐसा ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है जिसे भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय द्वारा बेस्ट हेरिटेज सिटी अवार्ड से नवाजा गया है यही नहीं चंदेरी हैंडलूम यूनेस्को की टेक्सटाइल श्रेणी में अपना नाम दर्ज कराने हेतु प्रतीक्षारत है।



वैसे भी अभी तक चंदेरी पर्यटन का जो रुझान सामने आ रहा है उसमें हेरिटेज को सर्वाधिक पसंद किया जा रहा है जिसमें चंदेरी साड़ी भी शामिल है अतिरिक्त इसके चंदेरी का भौगोलिक एवं प्राकृतिक स्थिति चंदेरी पर्यटन में अहम किरदार की भूमिका का निर्वहन करते हैं।

नगर में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा दो होटल भी संचालित की जा रही है जिसमें से एक किला कोटी नामक हेरिटेज होटल पहाड़ी पर स्थित होने के कारण पर्यटकों की पहली पसंद में शुमार है निकट स्थित प्राचीन दुर्ग में आ रहा है पर्यटकों को सर्वाधिक आकर्षित करता है वहीं दूसरी ओर दुर्ग पर रात्रि कालीन विद्युत सुंदरीकरण एक अलग आकर्षण का केंद्र बिंदु है



नव वर्ष 2022 के आगमन पर चंदेरी पर्यटन स्थल पर हजारों की संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है जिसके मद्देनजर नगर पालिका चंदेरी ने सैलानियों को हर संभव मदद देने के लिए जगह जगह चंदेरी में 5 पार्किंग स्थल एवं पूछताछ केंद्र भी बनाए हैं जिससे सैलानियों को कोई दिक्कत ना हो कोविड-19 का भी पालन करने के लिए नगर पालिका द्वारा एवं जिला अशोकनगर कलेक्टर उमा माहेश्वरी ने नये साल के मद्देनजर कौरौना गाइड लाइन जारी कर दी है। जिसमें कहा गया है कि सैलानियों को दो डोज लगने का सर्टिफिकेट साथ लाना अनिवार्य होगा। 

*एक बार तो पधारिए चंदेरी में*

*एक दिन तो गुजारिये चंदेरी में*