डब्ल्यूसीएल की भूमिगत खदान में चोरों ने एक बार फिर बोला धावा

13 घंटे चली कार्रवाई में आरोपी आये पुलिस की गिरफ्त में 



गजेन्द्र सोनी 

सारनी [जनकल्याण मेल] चोर की रात आखिर जागी पुलिस और 6 चोरों को धर दबोचा, वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदानों में एक बार फिर चोरों ने धावा बोल दिया। पर इस बार चोर पुलिस से बच नहीं सके। बताया जा रहा है कि रविवार रात 25 से 30 की संख्या में हथियारबंद बदमाशों ने तवा 1 खदान पर हमला बोला। कुछ बदमाशों ने ड्यूटी पर तैनात कोल कर्मियों को बंधक बनाया। वही कुछ बदमाश खदान के अंदर उतर गए। और कुछ बदमाश कोल कर्मियों से स्पेयर पार्ट्स के बारे में पूछताछ करते रहे। कोल कर्मियों द्वारा बदमाशों को कोई जानकारी ना देना और वारदात का विरोध करने पर बदमाशों ने बंधक बनाए गए कोल कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। जिसमें सुरक्षा गार्ड संतोष को बदमाशों द्वारा बेरहमी से पीटा गया। जिससे सुरक्षा गार्ड संतोष के शरीर पर गंभीर चोटे आना वाह सात टांके लगना बताया जा रहा है। 

रात भर चला पुलिस और डब्ल्यूसीएल के सुरक्षा अधिकारी के बीच मंथन सुबह उतरे खदान में - 

तवा 1 खदान में हुई वारदात की सूचना मिलने पर डब्ल्यूसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी जीवन सिंह चौहान के द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई। जब घटना की जानकारी बेतूल पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद तक पहुंची तो उन्होंने इस वारदात को गंभीरता से लेते हुए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी को घटनास्थल पर रवाना किया वही सारनी एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए इधर डब्ल्यूसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी भी अपने दल बल के साथ तपोवन खदान में पहुंचे और पुलिस और डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों की संयुक्त टीम ने सरगर्मी से खदान के अंदर छुपे हुए बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। लेकिन रात का समय होने पर कोई खास सफलता पुलिस को और डब्ल्यूसीएल के गार्डों को नहीं मिली। फिर बेतूल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी सारणी एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान और डब्ल्यूसीएल मुख्य सुरक्षा अधिकारी जीवन सिंह चौहान के बीच रात भर मंथन चला कि किस तरह से चोरों को खदान से बाहर लाया जाए। ‌ जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा गार्डों को और कुल कर्मियों को आश्वस्त करते हुए सुबह का इंतजार कर खदान में उतरने को कहा गया। जब पुलिस बल को बदमाशों के कुछ साथियों के खदान के अंदर छुपे होने की जानकारी मिली तो पुलिस आरोपी की तलाश में खदान के अंदर उतरी और पुलिस के द्वारा काफी देर तक खदान के अंदर उतरकर बदमाशों की सर्चिंग की गई। लेकिन आरोपी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी।

पाथाखेड़ा तवा 1 कोयला खदान में कोल कर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट करने और खदान के अंदर बदमाशों के छुपे होने की जानकारी लगते ही पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई। और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी सारनी एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान रात भर खदान में डटे रहे। इसी बीच शाहपुर, चोपना,रानीपुर, बैतूल, घोड़ाडोंगरी, सारनी और पाथाखेड़ा पुलिस बल भी खदान पर पहुंचा। सुबह होने पर  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एसडीओपी द्वारा पुलिस बल और डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों की 2 टीम तैयार की गई। जिसमें लगभग 40 पुलिसकर्मियों वाह 30 डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों ने खदान में उतरकर ढाई किलो मीटर तक बदमाशों की सर्चिंग करते रहे। जिसमें पुलिस टीम का नेतृत्व करते हुए पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी व डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों का नेतृत्व करते हुए मुख्य सुरक्षा अधिकारी जीवन सिंह चौहान ने बदमाशों को खदान के अंदर घेरना शुरू किया। उसके बाद सुबह 9 बजे मेन राइडिंग से करीब 100 मीटर और नीचे छह बदमाश अलग-अलग जगह से पकड़कर सुरक्षित खदान से बाहर निकाले गए। पुलिस और डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों द्वारा पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। 



इनका कहना है।

तवा 1 खदान में हथियारबंद बदमाशों के घुसने की सूचना मिलने पर खदान जाकर निरीक्षण किया। जिस पर पता चला कि हथियारबंद बदमाशों के कुछ साथी खदान के अंदर छुपे हुए। जिस पर सारी घटना पुलिस को बताई गई। पुलिस और डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्डों की संयुक्त कार्रवाई में बदमाशों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।

जीवन सिंह चौहान

मुख्य सुरक्षा अधिकारी डब्ल्यूसीएल पाथाखेड़ा

इनका कहना है।

अभी कुछ लोगों को पुलिस द्वारा पकड़ा गया है। कुछ लोग फरार है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कुछ नाम स्पष्ट हो गए हैं जिनकी भी तलाश जारी है।

महेंद्र सिंह चौहान एसडीओपी सारनी