गुना [जनकल्याण मेल] कृषि विरोधी तीन काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान को एक साल पूरा होने पर इस आंदोलन में 700 से ज्यादा शहीद किसानों को एसयूसीआई पार्टी व किसान संगठनों द्वारा कृषि उपज मण्डी में श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि पीएम द्वारा गत 19 नवंबर को तीन कृषि कानूनों को आगामी शीत कालीन सत्र मे रद्द करने की घोषणा करने पर मजबूर हुए हैं। निश्चित रुप से ये किसान आंदोलन की एक बड़ी जीत है लेकिन अभी भी किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी, तमाम कृषि उपज की सरकारी खरीद करने, बिजली आध्यादेश- 2021 के खिलाफ व अन्य किसान समस्याओं के खिलाफ आंदोलनरत है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पार्टी के लोकेश शर्मा ने कहा कि एक साल से चल रहे किसान आंदोलन की यह ऐतिहासिक जीत है। इस जीत का विश्वव्यापी महत्व है। कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र कुमार ने किया एवं आभार विकास बंसल ने माना।
सीटू ने निकाली रैली
इधर देशभर में किसान आंदोलन का एक वर्ष पूर्ण होने पर शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं सीटू के सयुक्त नेतृत्व में दोपहर 2 बजे से डाकबंगला से रैली निकाली गई। यह रैली कलेक्टोरेट पहुंची। यहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर को दिया गया।
डीएसओ ने कॉलेज में किया आयोजन
वहीं छात्र संगठन डीएसओ की कॉलेज इकाई द्वारा भी कॉलेज परिसर में किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर डीएसओ ने देश का छात्र किसानों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों के द्वारा ये फैसले का वक्त है दुआ कदम मिला... जन गीत गाकर की गई सांस्कृतिक रूप से की गई ।