जी.एस.टी. दुगना करने से व्यापारी नाराज सौंपेगे प्रधानमंत्री को ज्ञापन

कपड़ों पर जी.एस.टी. होगी दुगनी से भी ज्यादा, व्यापारी मुश्किल में

गुना [जनकल्याण मेल] भारत सरकार के द्वारा 1 जनवरी से कपड़ों पर जी.एस.टी. दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी गई है। क्लॉथ मर्चेन्ट गुना के अध्यक्ष सुबोध जैन का कहना है कि सरकार के इस निर्णय का असर नकारात्मक होगा। इससे आम आदमी की परेशानी बढ़़ेगी। दुगने से भी ज्यादा वृद्धि करने से ईमानदार व्यापारी भी टैक्स चोरी के लिए अग्रसर होगा। यह टैक्स वृद्धि ऐसे समय की गई है जबकि कच्चे माल में तेजी की वजह से तैयार कपड़ों में 20 प्रतिशत की तेजी है। अब आम आदमी की जरूरत की चीज रोटी के बाद कपड़ा ही होती है। कपड़ों में निरन्तर हो रही तेजी के कारण जन मानस पर इसका सीधा असर पड़ता है। सन् 2014 से पूर्व में कपड़ा टैक्स फ्री था, इसके बाद 5 प्रतिशत टैक्स लगाया गया और अब 12 प्रतिशत कर दिया गया है। कपड़ा व्यापारी इस वृद्धि को वापिस लेने के लिये सरकार से अपील कर रहे हैं। विगत दिनों कोरोना की विषमताओं के कारण व्यापारी वैसे भी संकट झेल चुका है और अब टैक्स वृद्धि से टूटने की कगार पर  है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबोध जैन ने बताया कि शीघ्र ही जी.एस.टी. की बढ़ाई दरों को वापिस लेने के लिए प्रधानमंत्री को ज्ञापन सोंपेगे। क्लॉथ मर्चेन्ट एसोसिऐषन गुना के संरक्षक सुबोध जैन, पुष्पेन्द्र जैन, सुशील जैन, गोपाल मंगल, संजय जैन, ललित नामदेव, पंकज अग्रवाल, प्रदीप प्रजापति, दीपक मंगल, दीपक सक्सैना एवं ऋषभ जैन सहित जिले के समस्त कपड़ा व्यापारी एवं जिला उद्योग और व्यापार महासंघ के सहयोग से राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे और सरकार द्वारा लिये गये निर्णय को वापिस लेने के लिये आवश्यकता पड़ेगी तो आन्दोलन भी करेंगे