बार्ड़ के छोटे-छोटे पार्कों के विकास पर ध्यान केंद्रित करे नगरपालिका प्रशासन







सुरेश बाबू पाठक:

विदिशा [जनकल्याण मेल] जैसा कि ज्ञात है कि माधव उद्यान की तर्ज पर नगर पालिका प्रशासन की ओर से नगर सीमा में ही एक और नवीन भव्य पार्क का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है जिसमें ओपन जिम सहित आधुनिक साज सज्जा का समावेश नगर वासियों को देखने में मिलेगी जो एक अच्छी सौगात मानी जावेगी। स्वास्थ्य एवं पर्यावरण की दृष्टि से भी आम जनता को राहत महसूस होगी।अब यदि बड़े पार्कों के साथ साथ नगरपालिका प्रशासन नगर के जरूरत मंद बार्डो और जहां उपयुक्त जगह है उन बार्डों को चिंहित करके वहां भी छोटे छोटे पार्कों को विकसित करने की ओर इच्छा शक्ति का परिचय दे। छोटे छोटे पार्कों के बनने से बार्ड में निवास रत बुजुर्गों एवं नौनिहालों को घूमने फिरने और खेलने कूदने के उचित अवसर उपलब्ध हो सकेंगे नगरपालिका प्रशासन अगर इन पार्कों में बड़े पार्कों की तर्ज़ पर एक दो ओपन जिम के उपकरण भी मुहैया करा देवे तो रह वासियों की फिटनेस पर भी खुद का ध्यान केंद्रित होता रहेगा । स्वस्थ्य मानस स्वस्थ भारत का स्वरूप भी भविष्य में देखने में निश्चित तौर पर दिखाई पड़ेगा। प्रशासन चाहे तो छोटे छोटे पार्कों के उचित रखरखाव के लिए बार्ड पार्षद के साथ वहां के रहवासियों का भी सहयोग ले सकती है समिति बनाकर। अभी पिछले वर्ष कोरोनाकाल के पहले नगरपालिका के बार्ड ३९ टीलाखेड़ी कालोनी में स्थित पार्क की खाली पड़ी लगभग बारह हजार स्क्वायर फीट में विधायक विदिशा शंशाक भार्गव, तात्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन, मुक्ति धाम के सचिव पर्यावरण प्रेमी मनोज पाण्डेय एवं पार्षद प्रतिनिधि गजेन्द्र रघुवंशी के संयुक्त तत्वावधान में वृक्षारोपण किया गया बाद में पार्क को विकसित करने हेतु सार्थक पहल हुई और पार्क के चारों तरफ़ बाॅल बाउंड्री भी २ गेट बनाकर समय सीमा में खड़ी कर दी गई परन्तु कोरोनावायरस की त्रासदी के चलते निर्माण कार्य रोक दिया गया जो आज तक भी रूका हुआ है।अभी हाल में नगर की समाज सेवी निरंकारी सदस्यों ने उपरोक्त पार्क में साफ़ सफाई कर कुछ और वृक्षों का वृक्षारोपण किया । चूंकि अब कोरोनावायरस का प्रभाव काफी कुछ नियंत्रण में है और नगर पालिका ने अपने अधूरे विकास कार्यों को पुनः शुरू करवाना कर दिया है उसी तारम्य में बार्ड बासियो का नगरपालिका प्रशासन से अनुरोध है कि टीलाखेड़ी कालोनी के अधूरे पड़े पार्क को शीघ्र विकसित किया जावे। दोनों गेटों में दरवाजा लगाने की प्रशासन प्राथमिकता दें ताकि आवारा मवेशियों से पेड़ पौधों को बचाया जा सके। नगरपालिका प्रशासन इस ओर गम्भीरता पूर्वक विचार कर मौके का अवलोकन कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करे। पार्क के विकास से पर्यावरण में सुधार होगा वहीं आम नागरिकों को लाभ मिलेगा।