राशि कहीं के लिए, खर्चा कहीं, अन्य अनियमित्तायें भी हैं जारी

लोकनिर्माण विभाग में चल रही अधिकारी की मनमानी

शहडोल [जनकल्याण मेल] लोकनिर्माण विभाग शहडोल में व्याप्त अमित्ताओं व शासकीय राशि के दुरुपयोग किये जाने को लेकर संभाग के कमिश्नर से शिकायत की गई है। शिकायत में बताया गया है कि लो.नि.विभाग को प्रदाय की गई राशि को खुर्द-बुर्द करते हुए आनप-शानप तरीके से खर्च कर दिया गया है। विभागीय संविदाकारों के देयक लंबे समय से लंबित पड़े हुए हैं, जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पत्र में यह भी उल्लेखित है कि अधिकारियों की मनमानीपूर्ण रवैये के चलते कई अन्य अनियमितताएं भी व्याप्त हैं। कमिश्नर को दिये शिकायत पत्र में यह भी बताया गया है कि विभाग में पारदर्शिता की कमी स्पष्ट रूप से हावी है।

लोकनिर्माण विभाग के एससी राजेश निगम द्वारा संविदाकारों को जारी बजट/फंड की जानकारी नहीं दी जाती और कार्यपालन यंत्री देवेंद्र खरे के साथ सांठगांठ कर फंड की राशि को इधर का उधर खर्च कर दिया गया है। जिसके कारण संविदाकार परेशान हो रहे हैं, कितने ही संविदाकारों के भुगतान कई वर्षों से कमीशनखोरी के चलते अधर में लटके हुए हैं। विचारणीय है कि कार्यालय में फोटोकॉपी मशीन उपलब्ध है, लेकिन उसे बिगड़ी हुई बताकर बाजार से फोटोकॉपी कराए जाने का खेल भी किया जाता है। इतना ही नहीं विभाग में 3 कंप्यूटर ऑपरेटरों भी रखे गये हैं, बावजूद उसके टाइपिंग का कार्य कार्यालय के बाहर से ही होता है।


स कोरोना काल में जहां देश प्रदेश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर उक्त विभाग फिजूलखर्ची पर उतारू है। यह भी विचारणीय बिंदु है कि, वर्तमान कार्यपालन यंत्री के कार्यकाल में कई संविदाकारों को परफॉर्मेंस गारंटी के लिए रखे जाने वाली सिक्योरिटी राशि समय से पूर्व ही रिलीज कर दी गई है, जो कई सवालों को जन्म देता है। कमिश्नर से शिकायत करते हुए शिकायतकर्ता ने जांच कराये जाने की मांग करते हुए, कार्यवाही की मांग की है। कमिश्नर ने मामले में अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण विभाग शहडोल को जांच कार्यवाही करते हुए 15 दिवस में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं।