चंदेरी [जनकल्याण मेल] विगत आठ माह से चंदेरी वासियों को धर्म की त्रिवेणी में संगम स्नान कराने में संलग्न संत शिरोमणि आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य संस्कार प्रणेता पूज्य मुनि श्री 108 पद्मसागर जी महाराज के मंगल सान्निध्य में श्री पार्श्वनाथ दिग.जैन प्राचीन मंदिर चन्देरी में 22 नवंबर 2020 से चल रहे श्री 1008 श्री सिद्धचक्र महा मंडल बिधान एवं विश्व शांति महायज्ञ में कोरोना महामारी को सम्पूर्ण विश्व से समाप्त करने हेतु श्री सिद्ध भगवान की आराधना के साथ ही मध्य प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार 108 जिन प्रतिमाओं का जिनअभिषेक 108 श्रावकों द्वारा किया गया जिसमें जैन धर्म के हज़ारों श्रद्धालुओं द्वारा संगीतमय अभिषेक शांतिधारा पूजन की गयी।
बाल ब्रह्मचारी श्री नीतेश भैया जी बागीदौरा के कुशल निर्देशन में हो रहे समस्त धार्मिक आयोजन
उक्त आयोजन की जानकारी
देते हुए मुनि सेवा समिति के प्रवक्ता सम्यक जैन ने बताया कि मुनि श्री पद्मसागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में एवं बाल ब्रहंचारी, वाणी भूषण, सरल स्वभाबी श्री नीतेश भैया जी बागीदौरा (राजस्थान) के कुशल मार्ग दर्शन में दि. 22 नवम्बर से चल रहे श्री सिद्ध चक्र महा मंडल बिधान में 29 नवंबर को भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह का आयोजन सम्पन्न हुआ. इस अवसर पर रात्रि में भव्य बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें हर्ष जैन, शुभ जैन (अय्यू), अथर्व, आसु, सचिन कपस्या, सौम्या कठरया, किट्टू जैन आदि ने अपनी कविताओं के द्वारा सभी के मन को हंसने पर बिबस कर दिया. पिच्छिका परिवर्तन का भव्य जुलूस श्री मंदिर जी से प्रारम्भ होकर बजरिया मोहल्ला, सदर बाजार, चौबीसी मंदिर आदि से भ्रमण करता हुआ पुनः श्री पार्श्वनाथ मंदिर प्रांगण में एक बिशाल धर्म सभा में परिवर्तित हो गया. जहाँ पर पूज्य मुनि श्री ने अपने मंगल उदवोधन में कहा कि हमें सदैव ही भगवान का स्मरण, दर्शन, पूजन आदि प्रतिदिन करना चाहिए उसके फलस्वरूप भगवान भी हमारी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इस अवसर पर आचार्य श्री की पूजन संगीत के माध्यम से पाठशाला के बच्चों द्वारा मनमोहक नृत्य के माध्यम से की गईं. कार्यक्रम में मंडी बामोरा, गंज बासोदा, भोपाल, गुना, अशोकनगर, बीना, घाट बमूरिया, मुंगावली, ईसागढ़, खनियाधाना, कदवाया, जखौरा, जाखलौन, आनंदपुर, लटेरी, सागर, किरवाया, अचलगढ़, बैरसिया, राजपुर, प्राणपुर, बामौरकला, सिरोंज, अछरोनी बंगला चौराहा, सेहराई आदि स्थानों से पधारे हुए सभी महानुभावो का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ. इस पुण्यदायी महा अवसर पर चंदेरी जैन समाज की सभी संस्थाओ श्री चौबीसी ट्रस्ट, अादीश्वरम ट्रस्ट, हाटकापुरा जैन समाज, खंडार क्षेत्र कमेटी, एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम आयोजन समिति श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पुराना मंदिर समिति, बालिका मंडल, मुनि सेवा समिति, आदि समस्त समाज का भारी सहयोग प्राप्त हुआ. पूज्य मुनि श्री को नवीन पिच्छी प्रदान करने का पावन सानिध्य श्री प्रवीण जैन जैनवीर - सौ. अर्चना जैन, सम्यक जैन, शाश्वत जैन, शुभ जैन प्रवीण प्रेस परिवार, पं. चक्रेंद्र जी शास्त्री, संदीप कपस्या, संजय बजाज, को प्राप्त हुआ. पूज्य मुनि श्री की पुरानी पिच्छी लेने का सौभाग्य श्री नीतेश भैया जी बागीदोरा, श्री मोनू भैया कदवाया एवं विपिन जैन को प्राप्त हुआ. सायंकालीन आरती के माध्यम से श्री जिनेन्द्र भगवान की संगीतमय भक्ति संध्या ने सभी श्रावकों की दिन भर की थकान को मिटाते हुए शरीर को तरो ताज़ा कर दिया. उक्त कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने में बाल ब्रम्हचारी श्री नीतेश भैया जी का सानिध्य प्राप्त हुआ.