सक्रिय हो गए पान मसाले के रिटेलर व थोक व्यापारी, कालाबाजारी पर प्रशासन को रहना होगा अलर्ट
शुभम तिवारी
चंदेरी(जनकल्याण मेल) कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिससे कई गरीब परिवारों के साथ-साथ मध्यम वर्ग के परिवार भी भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं, ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा फ्री राशन वितरण कराना गरीबों के लिए एक वरदान से कम नहीं है। इसके अलावा महंगाई के कारण गरीबों के साथ कोई लॉकडाउन का फायदा ना उठाएं यानी कोई भी जरूरतमंद चीज लोगों को अधिक दामों में ना मिले इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने किराना दुकानों सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर रेट लिस्ट लगवाकर इस समस्या से गरीबों को दूर रखकर गरीबों की मदद की। यह प्रशासनिक अधिकारियों का सराहनीय कार्य रहा। लेकिन इसके विपरीत पान मसाला व्यापारियों ने लोगों की लत का फायदा उठाकर लॉकडाउन का भरपूर फायदा उठाया। चंदेरी तहसील में पान मसाला रिटेलर से लेकर अन्य पान मसाला व्यापारियों ने गरीब जनता का अधिक शोषण किया, यानी पान मसाला दोगुने-तिगुने दामों में बेचकर लाखों के बारे-न्यारे किए। जिस पर प्रशासन मूकदर्शक बना रहे गया था और यह व्यापारी गरीब जनता को दोनों हाथों से लूटते रहे। वर्तमान में जैसे ही प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर हरकत में आया और प्रशासन ने लोगों पर बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए कुछ पाबंदियां लगाना शुरु कर दी। इसको देखते हुए वर्तमान में यह व्यापारी लॉकडाउन रिटर्न पर फिर उसी तैयारी में लग गए हैं अभी से इन रिटेलर व व्यापारियों द्वारा पान मसाले का स्टोक किया जाने लगा है और अधिक दामों में बेचना भी शुरू हो गया है ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इसके खिलाफ क्या एक्शन लेगी या फिर पहले की तरह यह पान मसाले बालेे व्यापारी अपना कालाबाजारी का खेल गरीबों के साथ जारी रखेंगे।