अशोकनगर में 8 माह पूर्व हुए अंधे कत्ल का खुलासा

 


साथ रहने वाले ही निकले कातिल


अशोकनगर:(जनकल्याण मेल)। 8 माह पूर्व हुए एक अंधे कत्ल में साथ रहने वाले ही कातिल निकले पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदोरिया ने गुरुवार को इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गत वर्ष 23 दिसंबर 2019 को शहर के वर्धमान स्कूल के पास बने एक बंद कुए में एक अज्ञात लाश मिलने से शहर में सनसनी फैल गई थी मर्ग सदर में अज्ञात मृतक की लगातार पतारसी की गई घटना की गंभीरता को देखते हुए एवं अज्ञात मृतक की शिनाख्त के पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किए जाते रहे। लेकिन अज्ञात मृतक के संबंध में कोई जानकारी नहीं लग सकी। पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई समीक्षा में उक्त प्रकरण कोतवाली टीआई विवेक शर्मा को प्राथमिकता के आधार पर लेने के निर्देश दिए गए थाने पर कायम गुम इंसान के फरियादी रामभरोसा सेन को उक्त मृतक के फोटो व कपड़े दिखाए गए तो उसने उनकी पहचान कर मृतक को अपना पुत्र राधेश्याम होना बताया विश्वसनीय सूत्रों द्वारा मृतक राधेश्याम सेन के साथ रहने वाले व शराब का सेवन करने वाले संदेहीयानों के नाम पिंटू परिहार, जीत लोधी, देवेश जोगी बताए गए जिनकी तस्दीक व तलाश लगातार की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती हेमलता कुरील ने उक्त संदेहीयानों की जल्द से जल्द तलाश करने के निर्देश दिए उक्त संदेहीयानों को अलग-अलग स्थानों से पकड़ कर लाया गया तथा घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने जुर्म करना स्वीकार किया और बताया कि मृतक राधेश्याम सेन से हमारी पहले मंडी में काम को लेकर कहासुनी हो गई थी करीबन 8 माह पूर्व वह हमें प्लेटफार्म नंबर 2 के बाहर मिला तो हम उसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर वर्धमान स्कूल के पास बने कुएं के पास ले गए और उससे, हमसे रंजिश रखने के संबंध में बातचीत करने लगे, तो वह  हमसे झगड़ा करने लगा, हम तीनों ने मिलकर उसका गला दबा दिया और मारकर कुएं में फेंक दिया। आरोपियों द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर भादवि की धारा 302, 201, 34 कायम कर विवेचना में लिया जा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर अंधे कत्ल का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की गई इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सिटी कोतवाली के टीआई विवेक शर्मा, सहायक उप निरीक्षक जंग बहादुर सिंह, प्रधान आरक्षक महेंद्र सिंह रघुवंशी, विनोद तिवारी, अशोक सिंह, आरक्षक योगेंद्र रघुवंशी, दिनेश कुशवाहा, लोकेंद्र धाकड़, देवेंद्र खटीक, जितेंद्र सिंह रघुवंशी, अतेंद्र यादव, कुलदीप शर्मा, इस्ताक खान की सराहनीय भूमिका रही। उक्त अपराध में सफलता मिलने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है।