पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने भाजपा जिला अध्यक्ष पहुंचे पुलिस अधीक्षक कार्यालय
अनुपपुर (जनकल्याण मेल)/दो रोटी की जुगाड़ में लाक डाउन के दौरान व्यापारी द्वारा दुकान खोलना महंगा पड़ गया थाना प्रभारी बिजुरी ने एक व्यापारी को पकड़कर थाने ले गए और उसके साथ मारपीट करने के अलावा उसे जलील भी किया जिससे आहत होकर व्यापारी ने घर पहुंचने के बाद अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली एक माह गुजर जाने के बाद जब इस पूरे मामले की जानकारी भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम को लगी तो उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है व्यापारी की मृत्यु के बाद उसका परिवार पूरी तरह से अनाथ हो चुका है और वह न्याय की मांग कर रहा है थाना प्रभारी बिजुरी संजय पाठक की हरकतों से आज एक व्यापारी की जान चली गई निश्चित तौर पर यह एक गंभीर विषय है जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जिले के पुलिस अधीक्षक के पास पीड़ित महिला ने अपनी फरियाद लेकर पहुंची जहां पर उसने बताया की जिलार्न्तगत कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार प्रार्थी के स्व. पति रामचंद्र अग्रवाल अपने घर में ही संलग्न दुकान को लाक डाउन अवधि में निर्धारित समय अनुरूप दिनांक 23,03.2020 को खोले थे तथा 2 बजे दोपहर दुकान बंद कर दिये। तत्पश्चात 3 बजे लगभग पुत्री आकाक्षा अग्रवाल उम्र 14 वर्ष को साथ लेकर अपने पिता व मेरे ससुर रामकृपाल उम्र 70 वर्ष के लिये दवाई लेने पास ही के मेडिकल स्टोर जा रहे थे तभी उन्हें नगर निरीक्षक बिजुरी संजय पाठक रोक लिये और जमकर मां बहन की गाली गलौज किये तथा अपने चार पहिया वाहन में मार पीट कर जबरन बैठा लिये और थाना बिजुरी ले गये।मेरी पुत्री गाली गलौज से डरी सहमी रोती रही और आकर पूरी बात मुझे बताई।
मारपीट के उपरांत छोड़ दिया
प्रार्थीया के पति को लगभग 7 बजे सायं थाना बिजुरी से मारपीट कर नगर निरीक्षक द्वारा घर के लिये छोड दिया गया तब मेरे पति घर आये और घर के सामने बैठकर रो रहे थे जिस पर आस पडोस के लोगों ने समझाया तो वो अपने शरीर में लगे डंडा के निशान दिखाये। उनके गाल के दोनों तरफ थप्पड मारने से लाल निशान तथा पीठ कमर व निचले हिस्से में भी चोट था। मेरे पति के चोट निशान को पडोसी संतोष अग्रवाल व अन्य ने देखा था।
प्रतिष्ठा पर लगा आघात
थाना बिजुरी के नगर निरीक्षक व अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट किये जाने से प्रार्थी के पति ’काफी पीडित थे तथा उनके मान सम्मान प्रतिष्ठा पर गहरा आघात लगा जिससे ग्लानिवश घर में अपने बंद कर लिये और बोलना बंद कर दिये। वे केवल रोते रहते थे तथा टी.आई की प्रताडना की बात कर सहम जाते थे।
दूसरी बार दी धमकी
यह है कि दिनांक 25.03.2020 को पुनः दोपहर में लगभग 12 बजे प्रार्थीया के पति घर से दुकान का सामान लेने जा रहे थे तभी नगर निरीक्षक संजय पाठक मिले और फिर मेरे पति से गाली गलौज किये तथा बोले कि यदि बाहर दिखा तो तेरा सिर व मेरा जुता होगा और मां बहन की गाली दिये जिस पर मेरे पति काफी ग्लानि महसूस कर अपने कमरे में जा घुसे और कमरे में अपने को बंद कर लिये।
कर दिया आग के हवाले
दिनांक 25.03.2020 को प्रार्थिया जब अपने काम में व्यस्त थी तभी उसके पति स्व. रामचंद्र अग्रवाल लगभग 1 बजे दोपहर अपने को कमरे में बंद कर लिये तथा मिट्टी तेल डालकर अपने शरीर में आग लगा लिये आग जल शरीर जलने लगा तो उनके चिल्लाने की आवाज पर सब लोग दौडे और दरवाजा को दरवाजा खोली तब लोग घुसे और शरीर में कंबल बुझाने का प्रयास किया गया तथा अस्पताल ले गये। जहां से रेफर कर दिया गया लगभग 8 बजे रात्रि उनकी मृत्यु हो गई। पहली के पति सीधे साधे थे तथा सम्मानित व्यापारी थे। वे कभी थाना पुलिस के चक्कर में नहीं जिससे क्षुब्ध होकर आत्मदाह कर लिया। प्रार्थीया अपने पति के मृत्यु का दोषी नगर निरीक्षक संजय पाठक को मानती है
अनाथ हो गए बच्चे
पीड़ित महिला प्रीति अग्रवाल ने उक्त घटना की विशेष जांच कर न्याय दिलाने हेतु आवेदन गत दिवस 4 मई 2020 को पुलिस अधीक्षक किरण लता केरकेट्टा के समक्ष शिकायत देते हुए कहा कि प्रार्थीया को 2 बच्चे छोटे छोटे हैं उनका भरन -पोषण, शिक्षा- दिक्षा का एकमात्र आघार उनका पति ही था। प्रार्थीया का जीवन भी उजड गया। उसके सामने जीवन यापन का संकट उत्पन्न है। पुलिस अधीक्षक ने महिला की शिकायत लेते हुए जांच कराने का भरोसा दिया और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम वरिष्ठ भाजपा नेता राम अवध सिंह पूर्व मंडल अध्यक्ष बिजुरी गया बोध मिश्रा जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह तथा अन्य लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर महिला को न्याय दिलाने की मांग की है