जिले में लक्ष्य अनुसार श्रमिकों की नहीं हो पा रही बढ़ोतरी, अशोकनगर छोड़ सभी जनपदों में पिछड़ा मनरेगा कार्य


राज्य शासन एवं जिला पंचायत के निर्देशों के बाद भी जनपद पंचायतें नहीं बढ़ा पाईं श्रमिक


अशोकनगर:(जनकल्याण मेल)। जिले में लक्ष्य अनुसार श्रमिकों की बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है अशोकनगर जनपद पंचायत को छोड़ जिले की अन्य सभी जनपद पंचायतों में मनरेगा का कार्य पिछड़ गया है। राज्य शासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्र में अधिकाधिक रोजगार मूलक योजनाएं संचालित की जा कर मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए, लेकिन राज्य शासन की मंशा और जिला पंचायत के सीईओ चंद्रशेखर शुक्ला के निर्देश के बाद भी जिले की अशोकनगर जनपद पंचायत को छोड़कर बाकी अन्य जनपद पंचायतों में लक्ष्य के मुताबिक मनरेगा के तहत मजदूरों को नहीं लगाया गया है, ना ही योजनाबद्ध तरीके से उन पंचायतों में ऐसे कार्य कराए जा रहे हैं जिनमें मनरेगा के तहत मजदूरों की संख्या बढ़ाई जा सके। जिले में मनरेगा के तहत प्रतिदिन 31 हजार मजदूरों को रोजगार दिए जाने का लक्ष्य है। यह लक्ष इसलिए भी है कि जो लक्ष्य मिला था, उसका समय  कोरोना महामारी के चलते 40 दिन बिना काम के बीत गया और अब ऐसी हालत में दिन कम बचे हैं और लक्ष्य बढ़ गया है।इसके विरुद्ध अशोकनगर जनपद पंचायत को छोड़कर किसी भी जनपद पंचायत ने अभी तक ऐसी कोई योजना तैयार नहीं की है जिसमें मजदूरों की संख्या बढ़ाई जा सके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य नजर आएं। पिछले दिनों जिला पंचायत के सीईओ श्री शुक्ला ने जनपद पंचायतों के सीईओ की बैठक में अशोकनगर जनपद पंचायत के सीईओ प्रमोद कुमार सिंह सूर्यवंशी की कार्यशैली से सबक लेकर योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि अशोकनगर की प्रोग्रेस ठीक आ रही है लेकिन जिले की अन्य जनपदों को भी अपनी प्रोग्रेस बढ़ानी होगी अभी बहुत सी पंचायतों में 5 से ही कम लेबर लगी है ऐसी जनपद पंचायतों मैं लेबर बढ़ाने की आवश्यकता है। अशोकनगर जनपद पंचायत के सीईओ प्रमोद कुमार सिंह सूर्यवंशी द्वारा अपनी कार्यशैली  के तहत सभी लोगों से परामर्श लेकर मिशन गौरैया जैसी योजना तैयार की गई जो 11 चरणों में पूर्ण होगी और इसके परिणाम भी सार्थक आएंगे जिससे उनकी जनपद पंचायत के अंतर्गत दिए गए लक्ष्य अनुसार श्रमिक प्रतिदिन रोजगार पाएंगे।  इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी मेहनत का 100 परसेंट दिया। लेकिन अशोकनगर जनपद पंचायत की अपेक्षा जिले की अन्य जनपदों जिनमें चंदेरी, ईसागढ़ ,मुंगावली को भी अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए सीईओ जनपद पंचायत अशोकनगर की ही तरह योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा तभी मनरेगा के तहत निर्धारित लक्ष्य अनुसार मजदूरों को रोजगार मिलेगा।उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत अशोकनगर द्वारा चलाए जा रहे मिशन गौरैया के कारण लोगों में जनचेतना फैली है इस भीषण गर्मी के दौर में मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में लगाए गए सकोरों में गोरैया आकर अपनी प्यास बुझा रही है, ग्रामीण क्षेत्र में नन्हे मुन्ने बच्चे भी गौरैया के लिए सकोरा में पानी डाल रहे हैं।