6 दुकानें हुई सील 35 से 45 हजार रुपयों का जुर्माना बाजार खुलते ही उमड़ा ग्राहकों का हुजूम

प्रशासन द्वारा दी गई छूट का दुकानदारों एवं लोगों ने बेजा लाभ उठाय प्रतिबंधित दुकानें भी खुली


ना तो मास्क लगाए ना ही सोशल डिस्टेंस का रखा ध्यान, ग्रामीण क्षेत्र से शहर का माहौल देखने आने वालों ने बढ़ाई भीड़


अशोकनगर:(जनकल्याण मेल)। लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू होते ही ग्रीन जोन वाले जिलों में सरकार द्वारा छूट दी गई है इसी के तहत जिला प्रशासन द्वारा सोमवार से कुछ दुकानों, सेवाओं को छोड़कर अधिकांश दुकानों को खोलने के आदेश जारी कर दिए गए। पिछले 40 दिनों से घरों में बैठे दुकानदार भी इसी मौके का इंतजार कर रहे थे और जिला प्रशासन के आदेश निकलते ही सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक के लिए बाजार खुल गया बाजार खुलते ही सामान खरीदने वाले ग्राहकों का हजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान बाजार में काफी भीड़-भाड़ रही  और लोगों ने जमकर ख़रीददारी की बाजार खुलते ही लोग इस बात का ध्यान भूल गए कि कोरोना संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है और इसकी रोकथाम के लिए मुंह पर मास्क लगाया जाए और सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाए। सोमवार को लोगो में सतर्कता एवं अनुशासन दोनों ही चीजें देखने मैं कम नजर आई। प्रतिबंधित मिष्ठान की दुकान भी खुली रही। कई दुकानदारों के पास  5 से ज्यादा लोग बिना मास्क के पहने सोशियल दिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते दिखे। वही जो कुछ समझदार लोग थे उन्होंने अवश्य ही अपनी दुकानों पर सैनिटाइजर रखा और ग्राहकों को सामान देने से पहले उनके हाथ सैनिटाइज कराए गए। कई दुकानदार मुंह पर मास्क लगाए हुए और सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे। लेकिन अधिकांश लोगों ने इसका ध्यान नहीं रखा। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से आए ग्राहकों ने भी  बाजार में भीड़ लगा दी। ट्रैफिक रहा जाम आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से कुछ लोग तो सिर्फ इस बात को देखने आए थे कि बाजार का माहौल कैसा है । इन बिना काम से आने वालों की भी बाजार में खासी भीड़ रही। इस समय गल्ला मंडी भी चालू है। किसान अपनी उपज बेचकर भुगतान मिलने पर लगे हाथ जरूरी आवश्यक सामान खरीद कर ले जाता है। इस कारण भी बाजार में भीड़ रही। शादी विवाह का सीजन होने के चलते लोगों को कपड़े, जेवर,बर्तन सहित श्रृंगार वगैरह और अन्य जरूरत की सामग्री खरीदना था और पिछले 40 दिनों से दुकानें बंद होने के कारण लोग इनके खुलने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही बाजार खुला तो लोगों ने अपने जरूरत के सामान की जमकर ख़रीददारी की। हालांकि प्रशासन द्वारा सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक लॉक डाउन में ढील दी गई थी। लेकिन ग्राहकी के चक्कर में दुकानदारों को इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि कब 4 बज गए। 4 बजते ही प्रशासनिक अधिकारियों का गाड़ियों का काफिला बाजार से गुजरा तो सायरन की आवाज सुनते ही दुकानदारों ने फटाफट अपने दुकानों की शटर गिराए, और देखते ही देखते पूरा बाजार बंद हो गया। आज 40 दिनों के बाद जिस बाजार में सुबह 9 बजे से लेकर 4 बजे तक चहल पहल थी उसमें 4 बजे के बाद पूर्णतः सन्नाटा छा गया।



प्रशासनिक अधिकारी नजर आए मुस्तैद-



लॉक डाउन के तीसरे चरण में जिला ग्रीन जोन में होने के कारण जिला प्रशासन ने अधिकांश बाजार खोलने के आदेश जारी कर दिए थे इसी के मद्देनजर बाजार में भीड़ तो रही लेकिन प्रशासनिक अधिकारी भी चौकस नजर आए और जैसे ही छूट का समय खत्म हुआ वैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी गाड़ियों के 


 



दुकान के बाहर सामान रख अतिक्रमण करने वालों पर होगी चालानी कार्रवाई।


कलेक्‍टर ने किया शहर का भ्रमण, व्‍यवस्‍थाओं का लिया जायजा।


कोरोना वायरस संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए शासन की गाईडलाईन अनुसार अशोकनगर जिला ग्रीन जोन में होने से लॉक डाउन में दी गई छूट के दौरान व्‍यवसायिक संस्‍थानों के संचालन एवं सोशल डिस्‍टेसिंग के समुचित पालन संबंधी व्‍यवस्‍थाओं का कलेक्‍टर एवं जिला मजिस्‍ट्रेट डॉ.मंजू शर्मा ने शहर भ्रमण कर जायजा लिया। इस दौरान उन्‍होंने कई दुकानदारों द्वारा रोड़ पर अतिक्रमण कर रखे गये सामान को हटाये जाने के निर्देश दिए एवं दंडात्मक कार्यवाही करते हुए कई दुकानों को सील किया और कई का काटा चालान। उन्‍होंने ताकीद किया कि दुकान के बाहर सामान रखकर अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही की जायेगी। उन्‍होंने उपस्थित राजस्‍व एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि लॉक डाउन के दौरान जारी निर्देशों के तहत सोशल डिस्‍टेसिंग का पूर्णत: पालन कराया जाए तथा बाहर निकलने वाले सभी व्‍यक्तियों को मास्‍क लगाना अनिवार्य है। मास्‍क न लगाने वाले व्‍यक्तियों पर चालान की कार्यवाही की जाए।