जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी के निर्देश पर खातों में प्रदाय की गई राशि।
अशोकनगर:(जनकल्याण मेल)। कोरोना महामारी के संक्रमण के बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा 3 मई तक लॉक डाउन घोषित किया गया है। इस दौरान ग्रामीण एवं नगरीय स्तर पर शासकीय प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों,मदरसा,अनुदान प्राप्त संस्थाओं में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को मध्यान भोजन के तहत सूखा अनाज लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए घर घर जाकर वितरित किया गया है। इसके अलावा जिला पंचायत के सीईओ के निर्देश पर प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को 148 रुपए की राशि तथा माध्यमिक विद्यालयों में 221 रुपए की राशि भी उनके खातों में प्रदाय की गई है। इस योजना के तहत जिले में करीब 94234 छात्र छात्राओं को लाभ पहुंचाया गया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंद्रशेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में एवं पर्यवेक्षण, अपार मुख्य कार्यपालन अधिकारी विशाल सिंह नरवरिया के अपेक्षाकृत प्रयासों से जिला अशोकनगर में प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों में छात्र छात्राओं को अब उनके घर-घर जाकर सामग्री एवं राशि का वितरण किया गया है। उल्लेखनीय है कि शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले प्राइमरी एवं मिडिल के छात्र छात्राओं को अभी तक स्कूलों में ही स्व सहायता समूह के माध्यम से मध्यान भोजन का वितरण किया जाता था,लेकिन लॉक डाउन की वजह से मार्च में ही स्कूल बंद हो जाने के कारण छात्र छात्राओं को मार्च एवं अप्रैल का कुल 33 दिनों का मध्यान भोजन के बदले सूखा अनाज गेहूं व चावल प्रदान किया गया है। इस योजना के तहत प्राइमरी स्कूलों के छात्र छात्राओं को कुल 3 किलो 300 ग्राम तथा मिडिल स्कूल के छात्र छात्राओं को कुल 4 किलो 950 ग्राम खद्धान (गेहूं व चावल) प्रदाय किया गया है। उक्त कार्य में शिक्षा विभाग के अधिकारी,कर्मचारी एवं स्वयं सहायता समूहों के अध्यक्ष,सचिव व रसोइयों का विशेष सहयोग रहा। उक्त राशि एवं राशन सामग्री का लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए वितरण किया गया।