5 बीघा में बोई चने की फसल को जंगली सूअरों ने किया बर्बाद।
अशोकनगर:(जनकल्याण मेल) ग्रामीण क्षेत्र में जंगली सूअरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि छोटे किसानों की आई फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। इसी तरह का एक मामला मंगलवार को सामने आया। मुंगावली तहसील के अंतर्गत सेहराई के नजदीक ग्राम पचमऊआ की महिला किसान श्रीमती पार्वती बाई एवं गजेंद्र लोधी की कुल 8 बीघा जमीन है, जिस पर उन्होंने 5 बीघा जमीन पर चने की फसल बोई थी, और प्राकृतिक प्रकोप से बचते हुए फसल पककर काटने को तैयार थी, इसी दौरान बीती रात जंगली सूअरों ने चने की फसल पर हमला बोल दिया और पूरी फसल को कुछ खाया और कुछ बर्बाद किया इस तरह पूरी की पूरी चने की फसल तहस-नहस कर डाली। गरीब महिला किसान जब सुबह अपने खेत पर पहुंची तो वहां का मंजर देख कर घबरा गई और बेसुध होकर गिर पड़ी ग्रामीणों ने जब महिला के पुत्र गजेंद्र लोधी को खबर की , खबर पाकर गजेंद्र अपने खेत पर गया जहां का मंजर देख कर उसकी आंखें भर आई एक तरफ उसकी मां बेहोश डली हुई थी तो वहीं दूसरी तरफ उसकी साल भर की मेहनत बर्बाद होकर खेत में पड़ी हुई थी गजेंद्र ने पहले किसी तरह अपनी मां को उठाया मां के होश में आते ही उसे धीरज बंधाया फसल तो बर्बाद हो, ही चुकी थी, मां की हालत ना बिगड़े ऐसा गजेंद्र ने प्रयास किया ।इसके बाद अब उस महिला किसान के यहां 2 जून की रोटी के लाले पड़ गए हैं महिला ने बताया कि इतनी सी जमीन है उसी पर साल भर की मेहनत जंगली सूअरों ने बर्बाद कर दी अब हम क्या खाएंगे और कैसे घर का खर्च चलाएंगे इतनी कम जमीन में गुजारा भी मुश्किल है इस बार फसल अच्छी आई थी और सोचा था कि 20-25 कुंटल चना हो जाएंगे तो कर्ज़ चुकाने के साथ साल भर के खर्च के लिए भी पैसे आ जाएंगे, लेकिन जंगली सूअरों के कारण हमारी पूरी फसल बर्बाद हो गई। अब हम कैसे साल गुजारेंगे। क्या करें क्या ना करें कुछ समझ में नहीं आ रहा।