खनिज विभाग माफिया के लोगों पर क्यों मेहरबान . . .?


रायसेन { जनकल्याण मेल } इन दिनों जिला खनिज विभाग के अधिकारियों और विभाग के निरीक्षकों से लेकर कार्यालय स्टाफ कर्मचारियों की मिलीभगत से मानमनानी का खेल खुलेआम चल रहा है विगत 3 माह से देखा जाए तो नवंबर से लेकर पूरे जनवरी माह तक खनिज विभाग की टीम द्वारा सड़कों पर चलने वाले डंपर ऊपर ओवरलोडिंग एवं बगैरा एलटी वाले ट्रकों पर जो कार्यवाही की गई है और उनसे जो भी राजस्व की राशि वसूल की गई है वह अभी तक विभाग की फाइलों में ही कैद चल रही है आम जनता के लोगों को यह पता नहीं है कि विभाग द्वारा इन दो तीन माह में कितने प्रकार के ट्रकों पर कार्यवाही की गई है देखने दिखाने के लिए विभाग के अधिकारी जिले के दौरे पर निकलते हैं और रेत से भरे डंपर ऊपर कार्यवाही कर अपनी मनमानी करते हुए दालों पर कार्यवाही कर रहे हैं उदाहरण के तौर पर अभी विगत दिवस जिले के बॉडी थाना क्षेत्र में रेत से भरे लगभग 14 डंपर पर ओवरलोडिंग की कार्यवाही जिला प्रशासन के निर्देश पर खनिज विभाग के निरीक्षकों द्वारा की गई थी तथा उक्त ट्रकों को बाली थाने में खड़ा करा दिया गया था इसके पश्चात खनिज विभाग की टीम द्वारा डंपर मैं जरूरत से ज्यादा रेत भरी होने एवं बगैर आईडी पर कार्यवाही करना बताया गया था परंतु उक्त कार्रवाई को 2 दिन हो गए हैं इस बीच खनिज विभाग के अधिकारी और निरीक्षकों ने मिलीभगत कर कार्यवाही करते हुए जुर्माने के लिए प्रस्ताव बनाकर जिला कलेक्टर को भेजा है बताया जा रहा है कि 10 चक्का वाले डंपर और 6 चक्का वाले डंपर ओं में अधिकृत भरी पाया गया है वही बगैर आईडी केवी होना पाया गया परंतु खनिज विभाग द्वारा 14 में से 13 डंपर के मामले में टीपी होना बताया जा रहा है जबकि एक दम पर का मालिक अभी तक खनिज विभाग के पास जवाब देने नहीं आया है इस तरह से धर्म पर्व पर कार्यवाही के मामले में खनिज विभाग ढिलाई बरत रहा है और कारोबार जिले की सभी तहसील क्षेत्रों में चल रहा है कई डंपर खुलेआम ज्यादा माल लेकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं तो कई डंपर बगैर आईडी के भी पास होना बताया जा रहा है आम जनता में इस बात की चर्चा है कि आखिरकार जिले का खनिज विभाग माफिया के लोगों पर क्यों मेहरबान हैं विभागीय नियम अनुसार इस प्रकार के डंपर पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है देखने दिखाने के लिए खनिज विभाग के अधिकारी और टीम कार्यवाही करती भी है तो एक या दो डंपर पकड़ कर उन पर जुर्माना लगा देती है बताया जाता है कि इस आसन की ओर से किसी भी डंपर पर 50000 से कम जुरमाना  नहीं किया जा सकता और अधिक से अधिक एक लाख तक का जुर्माना किया जाता है इस संबंध में जब खनिज अधिकारी से जानकारी चाही गई की पिछले 3 माह मैं विभाग द्वारा इस प्रकार के ओवरलोडिंग एवं बगैर आईडी के चलने वाले डंफरो पर क्या कार्रवाई की गई है तथा कितने डंपर पर अभी तक कार्यवाही हुई है इसके बारे में जिला खनिज अधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी मेरे पास आंकड़े नहीं है कितने डंपर में पर कार्यवाही हुई है  तो फाइल देख कर ही बताया जा सकेगा और वह मामले को टालते हुए कहते हैं कि रिकॉर्ड देखकर आपको बता दिया जाएगा अभी हम विभागीय कार्यवाही में लगे हुए हैं मेरे पास आंकड़ों की जानकारी नहीं है इससे स्पष्ट होता है कि जिले का खनिज विभाग अपनी मनमानी करते हुए डंपर मालिक और माफिया के लोगों पर मेहरबान है और अपनी मनमानी से जहां कार्यवाही करना होती है वहां कर रहे हैं बताया जा रहा है कि कई डंपर सत्ता से जुड़े लोगों के भी खुलेआम चल रहे हैं उन पर खनिज विभाग कार्यवाही नहीं कर रहा है  मनमानी करते हुए कार्यवाही की जा रही है इससे जिले भर के डंपर और माफिया के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं कोई कह रहा है कि खनिज विभाग की टीम मिलीभगत कर कर्म पर्व पर कमजोर माना और कईयों पर अधिक जुर्माना कर रही है जबकि कार्यवाही विभागीय नियम के अनुसार कोई भी हो समान रूप से होना चाहिए इसके अलावा बात करें खनिज माफिया की तो कई स्थानों पर अवैध पत्थर खदान संचालित हो रही है कई खदान नीलाम नहीं हो पाई है इसके बाद भी खनिज संपदा का उत्खनन जिले में जारी है जानकारी होने के बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी और निरीक्षकों की टीम मौके पर नहीं पहुंच पाती है ले आजा लिहाजा विभाग के अधिकारी और निरीक्षकों की अनदेखी के कारण जिलेभर में अवैध उत्खनन का कारोबार कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है और विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं इससे प्रदेश सरकार को लाखों-करोड़ों की राजस्व हानि उठाना पड़ रही है इस दिशा में जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ध्यान दें तो खनिज विभाग के कारनामा और अवैध उत्खनन का भंडाफोड़ हो सकता है परंतु लंबे समय से देखने में आ रहा है कि जिले का खनिज विभाग फाइलों तक ही सीमित होकर चल रहा है दिखाने के लिए थोड़ी बहुत कार्रवाई की जाती है मां की सब कुछ ऐसे ही चलता रहा है। इनकाकहना है
 
विभागीय टीम द्वारा बराबर कार्यवाही की जाती है हमारी टीम द्वारा ओवरलोडिंग वाले नंबरों पर लगातार कार्यवाही कर रही है इसके पश्चात प्रस्ताव बनाकर प्रशासन के पास भेजा जाता है अभी मेरी जानकारी में नहीं है कि कितने डंपर पर कार्यवाही की गई है  पिछले दो-तीन माह का रिकॉर्ड देखकर कर ही बता पाएंगे अभी मैं विभागीय कामकाज में व्यस्त हूं बाद में बता दिया जाएगा।
अनित पंड्या खनिज अधिकारी रायसेन