चंदेरी भ्रमण पर आए  इंग्लैंड के सांसद , मंत्री और पूर्व राजदूत


चंदेरी के पर्यटन क्षेत्र में लगातार बढ़ते कदम


चंदेरी - युगों से इतिहास के पन्नो मैं चंदेरी के पुरातत्व इतिहास को अपने आगोश में समेटे आज यह नगर चंदेरी भले ही बुनकर हस्तशिल्प, कला वस्त्र उद्योग के लिये पूरे विश्व में पहचाना जाता रहा है । किंतु चन्देरी पुरातन कालीन ऐतिहासिक धरोहरों को भी विश्व विरासत पटल पर अपनी पहचान दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है।


फिर चाहे वह बुनकर हस्तशिल्प कला हो ,चारों ओर से घिरी पर्वत श्रृंखलाएं हो ,नगर में फिल्माई गई बॉलीवुड की फिल्मों की अपार सफलता हो, या फिर ऐतिहासिक धरोहरों के कारण विश्व में मिल रही ख्याति हो,
इन समस्त कारणों से आज चंदेरी पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफलता की ओर क्रम दर क्रम बढ़ती नजर आ रही है।
विगत कुछ वर्षों में फिल्मी जगत का चंदेरी की गलियों में बोलबाला और स्त्री , सुई धागा एवं कलंक जैसी ख्याति प्राप्त फिल्मों की अपार सफलता ने चंदेरी के इतिहास में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है।


उल्लेखनीय है कि विरासत एवं ऐतिहासिक धरोहरों से परिपूर्ण नगर चंदेरी के भ्रमण पर जापान का एक दल एवं इंग्लैंड से 13 सदस्य दल चंदेरी के स्मारकों एवं पुरातत्व संग्रहालय को देखने के लिए पहुंचा जिसमें अधिकतर पर्यटक चित्रकार एवं अन्य कलाओं में माहिर थे जो अपने साथ विभिन्न प्रकार की चित्रकारी से संबंधित सामग्री भी लाए थे और बे ऐतिहासिक इमारतों के पास ऐतिहासिक स्मारकों के चित्र भी बनाते नजर आए इस समूह के सदस्यों ने मध्यकालीन राजाओं की छत्रियां, खंदार गिरी, परमेश्वर तालाब एवं चंदेरी किले के सुंदर चित्र अपनी चित्रकारी के द्वारा बनाए साथ ही ऐतिहासिक इमारतों की भूरि भूरि प्रशंसा भी की।


*विदेशी पर्यटक बोले चंदेरी इज वंडरफुल टाउन*
वही एक अन्य दल भी ग्वालियर खजुराहो होते हुए चंदेरी पहुंचा जिसमें इंग्लैंड के चार पूर्व सांसद तीन राजदूत और दो मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल थे इस दल ने भी चंदेरी की प्राचीन गलियों में घूमकर ऐतिहासिक इमारतों एवं स्थापत्य कला का भरपूर आनंद लिया और ऐतिहासिक इमारतों के महत्व को समझा।
 जब स्थानीय गाइड मुजफ्फर अंसारी द्वारा चंदेरी में पर्यटन की संभावनाओं के बारे में इन पर्यटकों से पूछा गया तो *सभी पर्यटक एक स्वर में बोल उठे चंदेरी इज वंडरफुल टाउन*।
साथ ही चंदेरी के नगर वासियों को अपनी भाषा में एक संदेश भी छोड़ा जिसमें उन्होंने कहा कि नगर वासियों को अपनी ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा करनी चाहिए अर्थात सभी पर्यटकों का एक ही नजरिया था कि नगर की विरासत को संभाल कर रखना चाहिए एवं बताया कि हम अपने देश में भी चंदेरी का प्रचार-प्रसार करेंगे नगर के स्मारकों के बारे में भी अवगत कराएंगे और अधिक से अधिक पर्यटकों को अपने देश से भेजना प्रारंभ करेंगे ताकि चंदेरी की विश्व विरासत को लोग पास से निहार सकें।।