नगर के भातपुरा मंदिर पर चल रही संगीतमय भागवत कथा में पहुँचने के लिए ब्रजगोपी ने बैल गाड़ी की सवारी कर दिया गौ पालन का संदेश।
मुंगावली:- भातपुरा श्रीकृष्ण मन्दिर पर चल रही संगीतमय भागवत कथा में वृदावन धाम से पधारी ब्रज गोपी सुश्री किशोरी जी के द्वारा कहा के चतुर्थ दिवस बोलते हुए कहा गया कि अभिमान ही व्यक्ति के विनाश की सबसे बड़ी जड़ है इधर अभियान आया उधर विनाश चालू हो जाता है। ईश्वर ने आपको धन,बल,बुद्धि व रूप दिया है तो आप उसका अभिमान मत करो। क्योकि यहां से कोई कुछ नही ले गया यहां जो आया है वह अंत में खाली ही हाथ
जाता है। और हम जो कर्म करते हैं इसके आधार पर ही हमें फल भुगतना पड़तें हैं। इसके साथ ही इनके द्वारा कहा गया कि प्रत्येक व्यक्ति को दान अवश्य करना चाहिए क्योंकि दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है साथ ही इन्होंने कहा कि दान करने से ऐसे धार्मिक आयोजन भी होते है जिससे कि आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति व अध्यात्म की जानकारी मिलती है। वहीं कथा में ब्रज गोपी के द्वारा श्रीकृष्ण जन्म की मनमोहक कथा का वर्णन किया और श्रीकृष्ण जन्म के भजनों पर श्रद्धालु भी जमकर नाज़े वहीं समिति के द्वारा श्रीकृष्ण जनमोत्स्व की झांकी भी सजाई और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव होते ही श्रद्धालु झूम उठे।
बैल गाड़ी की सवारी करके दिया गौपालन का सन्देश-
इस कथा के माध्यम से वृदावन धाम से पधारी कथा वाचक सुश्री किशोरी जी द्वारा गौ पालन व संरक्षण के लिए अनोखी पहल की और कथा स्थल तक पहुचने के लिए लगभग एक किलोमीटर की यात्रा बैलगाड़ी से की और इनके पीछे महिलाएं गीत गाते चल रही थी। वहीं इस बैलगाड़ी की यात्रा के बारे में बोलते हुए ब्रज गोपी ने कहा कि बैलगाड़ी पर बैठने का उद्देश्य यही है कि हम अपने पुरातन को भूलते जा रहे है। लोग शहरों कि ओर भाग रहे हैं और गाव की संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। जिसका ही परिणाम है कि आज गाय देखने को नही मिल रहीं। वहीं इनके द्वारा बताया गया कि बैल धर्म का प्रतीक है, और जिस घर में बैल रहेगा वहां धर्म अवश्य रहेगा। इसलिए जितना हो गौ माता को बचा कर रखो। प्रत्येक घर में गौपालन किया जाना चाहिए जिससे कि गौ माता को संरक्षित किया जा सके।