विश्व भूषण पाण्डेय (वैभव)
शहडोल । प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मंगलवार को जिस सादगी, सहजता और विनम्रता का परिचय दिया, उसने इस बात को साबित कर दिया की जनता का सेवक किस तरह से न सिर्फ जनता का कार्य करता है, बल्कि वह किस े जनता के प्रति समर्पित भाव रखता है। कैबिनेट मंत्री द्वारा मंगलवार को जिस तरह का नजारा प्रस्तुत किया गया, किसी मंत्री का उस तरह का व्यवहार शहडोल के लोगों ने पहले कभी नहीं देखा था। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री न सिर्फ जमीन पर बैठ गए, बल्कि उन्होंने विलंब हो जाने की बात को लेकर सार्वजनिक रूप से पत्रकारों से माफी भी मांगी। मंत्री श्री पटेल के इस व्यवहार ने उनके कद को और ऊंचा कर दिया। उनके इस व्यवहार ने एक बार फिर इस बात को साबित कर दिया कि आखिर इस युवा नेता को किस लिए जननायक के रूप में पहचाना जाता है।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल मंगलवार को शहडोल के दौरे पर थे। कमिश्नर कार्यालय में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक लेने के बाद मंत्री श्री पटेल को दोपहर 2 बजे सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू होना था। लेकिन दोपहर सवा तीन बजे तक मंत्री श्री पटेल कमिश्नर कार्यालय में समीक्षा बैठक ही लेते रहे और वे सर्किट हाउस नहीं पहुंचे। सवा घंटे विलंब हो जाने के बाद जब मंत्री श्री पटेल सर्किट हाउस नहीं पहुंचे तो पत्रकारों ने वहां से प्रस्थान करना उचित समझा और सभी पत्रकार वहां से कलेक्टर कार्यालय चले गए। कमिश्नर कार्यालय में बैठक खत्म हुई और मंत्री श्री पटेल जब सर्किट हाउस जाने लगे तभी उन्हें इस बात की जानकारी दी गई कि सभी पत्रकार नाराज होकर कलेक्टर कार्यालय की तरफ चले गए हैं। इसके मंत्री श्री पटेल अपने काफिले के साथ सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़े पत्रकारों से उनका सामना हो गया। पत्रकारों को देखकर मंत्री श्री पटेल नमस्कार करते हुए पत्रकारों के पास पहुंच गए और देरी होने के कारण सार्वजनिक रूप से सभी से माफी मांगते हुए बात शुरू की। मंत्री श्री पटेल के माफी मांगते ही पत्रकार भी नम्र पड़ गए और उन्होंने भी आत्मीयता से श्री पटेल का अभिवादन किया। इसके बाद मंत्री श्री पटेल पत्रकारों के साथ वहीं सड़क पर बैठ गए और चर्चा करते रहे। इसी बीच अनेकों लोग वहां अपना आवेदन लेकर पहुंच गए, जिसे मंत्री श्री पटेल लेते रहे और अधिकारियों को यथासंभव निर्देश देते रहे।इसके बाद पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल ने पत्रकारों से कहा कि चलिए कलेक्टर सभाकक्ष में बैठ कर बात करते हैं और चाय पीते हैं। इसके बाद मंत्री श्री पटेल और पत्रकार वहां से कलेक्टर सभाकक्ष चले गए जहां पत्रकार वार्ता हुई। कैबिनेट मंत्री द्वारा इस तरह से जमीन में बैठ जाने की घटना को शहडोल में जिसने भी देखा व सुना उसने यही कहा कि मंत्री श्री पटेल ने इस बात को साबित कर दिया कि ये हैं आम जनता के लिए और जनता के मंत्री। अनेंकों लोग यह कहते हुए भी सुने गए कि शहडोल को इसी तरह के मंत्री की आवश्यकता है जो उनके दर्द को सुने और समझे।