वृंदावन के कलाकारों द्वारा सुंदर नृत्यों की प्रस्तुति दी ।
अशोकनगर:(जनकल्याकण मेल) बासाखेड़ी मंदिर के दिव्य हनुमान पर आज सातवें दिवस, अंतिम दिन की कथा में पं. मधुरकृष्ण जी महाराज ने पूरी रामायण का सार संक्षेप में सुनाते हुए प्रत्येक सातों काण्ड में से एक - एक चौपाई लेकर समापन के अंत में सुनाई एवं पूरे सप्त दिवस की कथा को श्रीराम प्रभु एवं हनुमान जी के चरणों में समर्पित किया ,
वृन्दावन के कलाकारों ने सुन्दर नृत्य करते हुए फूलों से भक्तगणों के साथ होली खेली , हनुमान जी ने लंका उजाड़ी थी उसका भी झांकियों द्वारा कलाकारों ने मनमोहक एवं आकर्षक ढंग से से शानदार प्रदर्शन किया एवं सभी दर्शकों का मन मोह लिया ,
अंत में महाराज श्री मधुर कृष्ण जी ने प्रभु से क्षमायाचना मांगते हुए श्रोता भक्त गणों से भी क्षमायाचना की एवं सभी का आभार व्यक्त किया।
कथा में डॉ. हरवीर सिंह रघुवंशी , शैलेन्द्र शर्मा (मन्टू) ,कथा के प्रमुख सूत्रधार राजेश यादव जी , सरपंच शिवप्रताप जी ,जीतू नामदेव मन्दिर के पुजारी देवीलाल जी, प्रमुख रूप से उपस्थित कथा के अंत में भावनात्मक भजन गाकर भक्तगणों को प्रेम विवश करके रुला दिया मंच को संबाेेेेध करते हुए कहां कि रही जिन्दगी तो मिलेंगे दोबारा।