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चंदेरी का नाम यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल . . . !













अशोकनगर-  विश्वपरिदृश्य पर अशोकनगर जिले की चंदेरी तहसील अतिशीघ्र अपनी नई पहचान बना सकता है। चंदेरी की कला एवं हस्तशिल्प को यूनेस्को की विश्व धरोहर की क्रियेटिव सिटी की सूची में आने के लिये नामंकित कर लिया गया है। यूनेस्को की ओर से बेल्जियम का एक दल शीघ्र ही 98 दिन की यात्रा पर चन्देरी आयेगा । इस दौरान यह दल चन्देरी की प्राचीन कला एवं संस्कृति के बारे में जानकारी लेगें तथा 10 बिंदुओं के आधार पर मूल्यांकन करेंगे। अशोकनगर कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही म.प्र. के पर्यटन विभाग की पहल पर चन्देरी को विश्वधरोहरों में शामिल कराने के लिये यूनेस्को में आवेदन किया गया था। उन्‍होने बताया कि चन्देरी एवं जिले के लिये बड़े गर्व की बात है कि भोपाल ,इंदौर, ग्वालियर जैसे शहरों को पीछे छोड़ कर तहसील चन्देरी को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिये नामांकित किया गया है। चन्देरी इस विश्व धरोहर सूची में आ जाता है तो यह शहर वैश्विक पर्यटन के मानचित्र आ जायेगा। विश्व स्तरीयता की पात्रता पाने यहाँ हैं सारी खासियतें:- कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने बताया कि चंदेरी की कई सारी खासियत है ,जो उसको विश्व मानचित्र पर लाने में मदद करेंगी। इसी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार के  मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर म.प्र के पर्यटन विभाग ने यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिये चन्देरी का नाम प्रस्ताविक किया था। कलेक्टर ने बताया कि चंदेरी को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए लगातर प्रयास किये जाते रहे है। पूर्व में हुए कामों को लेकर दिल्ली स्थित यूनेस्को के कार्यालय में एक प्रेजेंटेशन चंदेरी को लेकर रखा गया था। जिसको चंदेरी नगर पालिका के सीएमओ केवी सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया था। 


जज्जी ने जाहिर की प्रसन्नता:- अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने इस बात को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि जिले के चंदेरी को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलने जा रही है। यह न केवल चंदेरी बल्कि पूरे जिले सहित प्रदेश भर के लिए बड़े गौरव की बात है। क्रिएटिव सिटी के रूप में हम अपनी कला एवं शिल्प को विश्व मानचित्र पर प्रस्तुत करने जा रही है ।