किस करवट बैठेगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला 



नई दिल्ली  : दशकों से चल रहा अयोध्या का रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस अब अपने अंतिम दौर में है। सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को इस विवाद पर आखिरी बहस हो गई है, आज दोनों ही पक्षों की ओर से अंतिम दलीलें रखी गई । 


दूसरी ओर राम मंदिर के लिए मुसलमान भी अपना समर्थन दे रहे हैं। भारतीय सर्व समाज फाउंडेशन ने भी भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों से समर्थन देने की अपील की है।


फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनवार अहमद ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण होना ही चाहिए, जबकि किसी भी दूसरी जगह पर विश्व स्तर की मस्जिद का निर्माण हो सकता है। उन्होंने कहा है कि यदि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय मुसलमानों के पक्ष में भी आता है तो उस दशा में भी देश में अमन और भाईचारे के लिए उन्हें अपना दावा छोड़कर मंदिर निर्माण के लिए पहल करना चाहिए।


अनवार अहमद ने अपनी बात के समर्थन में कहा है कि इस्लाम धर्म की शुरुआत अरब से हुई और यह धर्म पूरी दुनिया से होते हुए हिंदुस्तान पहुंचा। उन्होंने दावा किया कि हम सबके पूर्वज हिंदू ही थे और भगवान राम हर हिंदुस्तानी के पूर्वज हैं। उन्होंने कहा है कि अयोध्या ही भगवान राम की जन्मस्थली है और बाबर ने विवादित जगह पर बाबरी मस्जिद तामील करवाई थी। डॉ. अहमद ने कहा है कि विवादित जगह पर नमाज जायज नहीं है, इसलिए कोई भी सच्चा मुसलमान दूसरों का हक़ मारने के बाद कब्जा की हुई जमीन पर नमाज अदा भी नहीं करना चाहेगा।


हिन्दू महासभा की तरफ से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने एक नक्शा किताब से दिखाया और कहा कि इस नक्शे में भगवान राम के जन्मस्थान का सही लोकेशन है, जो अब तक किसी ने कोर्ट को नहीं बताया। इस बात पर धवन ने विरोध किया और कहा ये बेकार की बाते हैं। मैं इस डाक्यूमेंट को नहीं मानता। इस पर सीजेआई ने कहा अगर आप नहीं मानते तो कोई बात नहीं। उन्होंने कहा विकास सिंह भी सिर्फ बयान दे रहे हैं। इसके बाद धवन ने वो नक्शा फाड़ दिया।


धवन के नक्शा फाड़ने पर सीजेआई रंजन गोगोई नाराज हो गए। उन्होंने धवन पर नाराजगी जताई और कहा कोर्ट रूम में इस तरह की रोकटोक होगी तो सुनना मुश्किल होगा।


SC का हर फैसला स्वीकारेंगे: इकबाल अंसारीइस मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस केस में जो भी फैसला करेगा, वो मानेंगे। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि फैसला जिसके भी पक्ष में आए, उसे मानना चाहिए। लोग शांति से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें। हम हमेशा से ही देश की तरक्की चाहते हैं