पर्दा है ही नहीं, पारदर्शी है 'कमलनाथ सरकार' - अभय दुबे


भोपाल  ।  प्रदेश कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष अभय दुबे ने जारी एक बयान में बताया है कि कमलनाथ का सार्वजनिक जीवन हमेशा से पारदर्शी रहा है, खुली किताब की तरह । उनके लंबे और उपलब्धियों से भरे सार्वजनिक जीवन में किसी के पर्दे के पीछे खड़े होने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि सब जानते हैं कि वे पर्दादारी पसंद नहीं करते । वे बेहद संवेदनशील , सरल - सहज हैं मगर अपने सिंद्धान्त के पक्के । हमने कभी उन्हें अपने सिद्धांतों से डिगते नहीं देखा । उनकी स्पष्टवादिता का कोई सानी नहीं । अगर वे असहमत हैं तो इन्कार करने में देर नहीं करते । 
कमलनाथ सलाह-मशवरा तो सभी से करते हैं मगर जनहित के निर्णय के सूत्र वे स्वयं संचालित करते हैं । 
अर्थात कहने का आशय साफ़ है , कमलनाथ का प्रत्येक निर्णय उनके विवेकाधीन है । उनके निर्णय कभी किसी पर आश्रित नहीं रहते । 
कमलनाथ की एक विशेषता और है, वे कभी भी अपने वक्तव्य राजनैतिक नफे नुकसान के आधार पर नहीं देते ।जो सच है सामने है। वही और सिर्फ वही कहते हैं । 
उन्हें जनहित के निर्णय लेने के समय हमेशा यह याद दिलाया जाता है कि मध्यप्रदेश को विरासत में गंभीर आर्थिक चुनौतियाँ मिली हैं। इस निर्णय को अभी टाल देना चाहिए, मगर वे कहते हैं जनता की परेशानियां प्रतीक्षा नहीं कर सकतीं ।हम जनहित के निर्णय आज ही लेंगे और चुनौतियों को अवसरों में तब्दील कर देंगे ।
एक बात और साफ़ हो जानी चाहिए, चाहे वे ज्योतिरादित्य सिंधिया  हों , दिग्विजयसिंह हों , सुरेश पचौरी हों , अरुण यादव हों , विवेक तन्खा या कांग्रेस कार्यकर्ता, कमलनाथ अपने संबंधों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं । वे अपने संबंधों को बड़े आदर के साथ सहेजते हैं तथा उन्हें मान देते हैं । 
दुबे ने बताया कि , कांग्रेस पार्टी एक ऐसा राजनैतिक दल है जिसमें फासीवाद नहीं, अभिव्यक्ति की आज़ादी है। इसमें जड़ता नहीं है, विचारों की बहुलता है । अगर हम मतभिन्नता रखते हैं तो मुखरता से व्यक्त भी करते हैं और अंततः एक स्वर में सामूहिक निर्णय को स्वीकार भी करते हैं ।