मध्यप्रदेश को विकासऔर प्रगति के रास्ते पर ले जाने के लिए एकजुट होकर मेहनत करेंगे ~ कमलनाथ


हमें प्रदेश में दिशाहीन व्यवस्था मिली, अब सक्षम 
प्रदेश को बदलना है:  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता 
दिवस पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में किया ध्वजारोहण 
भोपाल ~ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ध्वजारोहण किया, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर विजयगीत 'विजय विश्व तिरंगा प्यारा' और राष्ट्र-गान 'जन-गण-मन' का गायन हुआ। प्रदेश के नागरिकों, कांग्रेसजनों के नाम संदेश का वाचन किया। 
श्री नाथ ने भारत की आजादी के 72 वे वर्ष पर प्रदेश की जनता को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद सैनानियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज पूरी दुनिया में नजीर बना हुआ है। पंडित जवाहर लाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, सरदार पटेल, बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, विपिन चंद्र पाल, पं. मोतीलाल नेहरू, डाॅ. राम मनोहर लोयिा, मौलाना अबुल कलाम आजाद, बाबू जगजीवन राम, लाल बहादुर शास्त्री, डाॅ. भीमराव अम्बेडकर, सरोजनी नायडू, आचार्य कृपलानी ऐसे महान नेता थे, जिन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर एक क्रूर शासन को परास्त किया। सरदार भगतसिंह, चंद्रशेखर आजार, रामप्रसाद बिसमिल, राजगुरू, रानी लक्ष्मी बाई, रानी दुर्गावती, टंट्या भील, बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों की कुर्बानी को भुलाया नहीं जा सकता। स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी और स्व. श्री राजीव गांधी का बलिदान देश के नव-निर्माण में अनुकरणीय है।
आज हमारे सामने बेरोजगारी, बीमारी, कुपोषण और भीड़ की हिंसा से बचाने की चुनौती है। पूरी दुनिया देख रही है कि किस तरह गांधी के अंहिसक एवं सहिष्णु देश में भीड़ की हिंसा प्रश्रय पा रही है। संवैधानिक संस्थाओं को चोट पहुुंचाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि पन्द्रह साल के लम्बे अंतराल के बाद मध्यप्रदेश में जनता ने उन लोगों को नकार कर हमें एक सशक्त मध्यप्रदेश बनाने की जिम्मेदारी दी है। विरासत में हमें लगभग साठ लाख बेरोजगार नौजवान, सफाचट अर्थव्यवस्था, सूखी हुई नदियाॅं, अधलुटे जंगल, हताश किसान, दिशाहीन व्यवस्था मिली है। इसे हमें एक सक्षम प्रदेश में बदलना है। हमारी सरकार ने सबसे पहले आते ही किसान भाईयों का, जो मध्यप्रदेश की अर्थ व्यवस्था का प्राण हैं, की फसली कर्जमाफी की। उसके लिए संसाधन जुटाए हैं, ताकि उनकी आंखों में संतोष हो और भविष्य की आशाओं के लिए जगह बने। हमने हमारे बुजुर्ग माता-पिताओं की सामाजिक पेन्शन को दोगुना कर दिया है । हमारी बेटियां अपना घर खुशी-खुशी बसाएं, इसके लिए हमने उनके विवाह की अनुदान राशि 51 हजार रूपये कर दी है। 
कमलनाथ ने कहा कि नौजवान हाथ खाली ना रहे इसलिए उन्हें कुशल बनाने के लिए स्वाभिमान योजना बनाई है जिसमें कौशल विकास के साथ-साथ स्टायपंड भी दिया जाता है। हमारी सरकार ने आने वाले नये उद्योगों में प्रदेश के सत्तर प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देना अनिवार्य किया है। अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस का उत्सव, आदिवासी संस्कृति की रक्षा और रख-रखाव, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार और समाज को एकसार करने का हमारी सरकार का संकल्प है। प्रदेश के 51 प्रतिशत पिछ़ड़ा वर्गों को 27 प्रतिशत आरक्षण तथा गरीब सामान्य वर्ग के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण सामाजिक न्याय के प्रति हमारी वचनबद्धता है। 
स्वतंत्रता दिवस का यह पावन पर्व तिरंगे के तीन रंगों केसरिया (बलिदान), हरा (विकास), और सफेद (शांति) के सिद्धांतों को नमन करने का पर्व है। भारत का हर नागरिक समता, समानता, धर्मनिरपेक्षता, न्याय के लिए कुर्बानी देने को तैयार है।
आइये, आज हम प्रतिज्ञा लें कि हम इन सिंद्धांतों का पालन करते हुए देश की आजादी और बहुलता को नुकसान पहुंचाने वाले मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे। मध्यप्रदेश को विकास और प्रगति के रास्ते पर ले जाने के लिए एकजुट होकर मेहनत करेंगे और मध्यप्रदेश को श्रेष्ठ प्रदेश बनाएंगे।
 कमलनाथ ने प्रदेश के सभी भाई-बहनों को रक्षाबंधन त्यौहार की भी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। 
इस अवसर पर कांग्रस  पदाधिकारीगण  दिग्विजयसिंह, सुरेश पचैरी, आरिफ मसूद, चंद्रप्रभाष शेखर, गोविंद गोयल, रामेश्वर नीखरा, प्रकाश जैन, राजीव सिंह, सैयद साजिद अली, श्रीमती शोभा ओझा, नरेन्द्र सलूजा, भूपेन्द्र गुप्ता, रवि सक्सेना, जे.पी. धनोपिया, विभा पटेल, राजकुमार पटेल, मांडवी चैहान, कैलाश मिश्रा, आसिफ जकी, आर.डी. त्रिपाठी, अखंडप्रताप सिंह, दीपचंद यादव, आभासिंह, दुर्गेश शर्मा, आनंद तारण, जितेन्द्र मिश्रा, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, नासिर इस्लाम, त्रिलोक दीपानी, अवनीश भार्गव, शाहवर आलम, शहरयार खान, शशि राजपूत, अंबिका पाठक, मुस्ताक मलिक, निहाल अहमद, गन्नू तिवारी, मुईनउद्दीन खान, महेश मालवीय, संतोष कंसाना, जैरी पाॅल सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता, नागरिक उपस्थित थे।