नई दिल्ली ~ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया. राष्ट्रपति ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, देश के शहीदों को नमन किया.
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने को एक अच्छा कदम बताया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत ही लाभांवित होंगे. वे भी अब उन सभी अधिकारों और सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे, जो देश के दूसरे हिस्सों में रहने वाले नागरिकों को मिलते हैं. वे भी अब समानता को बढ़ावा देने वाले प्रगतिशील कानूनों और प्रावदधानों का उपयोग कर सकेंगे.
राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने से अब सभी बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी. सूचना का अधिकार मिल जाने से अब वहां के लोग जनहित से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकेंगे. पारंपरिक रूप से वंचित रहे वर्गों के लोगों को शिक्षा व नौकरी में आरक्षण तथा अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी. और तीन तलाक जैसे अभिश्राप के समाप्त होने से वहां की हमारी बेटियों को भी न्याय मिलेगा तथा उन्हें भयमुक्त जीवन जीने का अवसर मिलेगा.
राष्ट्रपति ने कहा कि यह स्वाधीनता दिवस भारत-माता की सभी संतानों के लिए बेहद खुशी का दिन है, चाहे वे देश में हों या विदेश में. राष्ट्रपति ने कहा कि स्वाधीन देश में 72 वर्षों की हमारी यह यात्रा आज एक खास मुकाम पर आ पहुंची है. कुछ ही सप्ताह बाद 2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे.
राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जी, समाज को हर प्रकार के अन्याय से मुक्त कराने के प्रयासों में हमारे मार्ग दर्शक थे. उन्होंने हमारे आज की गंभीर चुनौतियों का अनुमान पहले ही कर लिया था. गांधी जी मानते थे कि हमें प्रकृति के संसाधनों का उपयोग विवेक के साथ करना चाहिए. ताकि विकास और प्रकृति का संतुलन हमेशा बना रहे. उन्होंने प्रकृति के साथ सामन्जस्य बिठाकर जीवन जीने की शिक्षा भी दी.
राष्ट्रपति ने गुरु नानक देवजी की जयंती का जिक्र करते हुए कहा कि 2019 का यह साल, गुरु नानक देवजी का 550 वां जयंती वर्ष भी है. वे भारत के सबसे महान संतों में से एक हैं. गुरुनानक जी के सभी अनुयायियों को मैं इस पावन जयंती वर्ष के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं.
राष्ट्रपति ने लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि इसी वर्ष गर्मियों में आप सभी देशवासियों ने 17वें आम चुनाव में भाग लेकर विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को संपन्न किया है. इस उपलब्धि के लिए सभी मतदाता बधाई के पात्र हैं.