निराश्रित गौ-वंश को मिलेगा अपना घर = लाखन सिंह


गौ-वंश के लिये एक हजार गौ-शालाएँ बनेगी 


गौ-शालाओं के लिये प्रति कैटल प्रतिदिन का अनुदान 3 रूपये 32 पैसे से बढ़ाकर किया 20 रूपये


विधान सभा सत्र के अनुदान माँगों के जवाब में मंत्री लाखन सिंह यादव


भोपाल - पशुपालन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने विधानसभा में विभागीय बजट की अनुदान माँगों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि अगले 16 से 18 माह में सभी निराश्रित गौ-वंश को गौ-शालाओं में शिफ्ट कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौ-वंश के संरक्षण और संवर्धन के लिये एक हजार गौ-शालाएँ प्रारंभ की जा रही है। प्रदेश में स्वयं-सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित 625 गौ-शालाओं के अनुदान में शासन द्वारा वृद्धि की गई है। प्रति कैटल प्रति‍‍‍दिन मिल रहे 3 रूपये 32 पैसे के अनुदान को बढ़ाकर 20 रूपये प्रति कैटल प्रतिदिन कर दिया गया है।


मंत्री श्री यादव ने कहा कि पशु चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में भी कई कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जबलपुर एवं ग्वालियर में डेरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी महाविद्यालय की स्थापना की जा रही है। भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। मंत्री यादव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिये भी लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। गोपाल पुरस्कार योजना के तहत राज्य, जिला और विकासखण्ड स्तर पर अधिक दूध देने वाली गायों और भैंसों को पुरस्कृत किया जा रहा है।


मंत्री यादव ने मत्स्य विकास के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मत्स्य विभाग में उपलब्ध जल क्षेत्र का 98 प्रतिशत से अधिक का मत्स्य पालन के लिये उपयोग किया जा रहा है। मत्स्य बीज उत्पादन इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। फिशरमेन के क्रेडिट कार्ड बनाये जा रहे हैं।


मंत्री लाखन सिंह यादव के जवाब के बाद सदन ने पशुपालन विभाग की 1172 करोड़ 46 लाख 68 हजार रूपये और मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग की 100 करोड़ 93 लाख 5 हजार रूपयें की अनुदान माँगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।